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रिलायंस Fortune Global 500 list में 2012 में 99वें स्थान पर रही थी.
रिलायंस Fortune Global 500 list में 2012 में 99वें स्थान पर रही थी.Fortune Global 500 list: अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) 10 पायदान की छलांग लगाकर ‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ लिस्ट की शीर्ष 100 कंपनियों में शामिल हो गई है. फॉर्च्यून मैग्जीन ने मंगलवार को यह लिस्ट जारी की. तेल, पेट्रोरसायन, रिटेल और टेलिकॉम जैसे सेक्टर में काम करने वाली रिलायंस को फॉर्च्यून की 2020 की इस वैश्विक कंपनियों की सूची में 96वां स्थान मिला है. फॉर्च्यून की शीर्ष 100 की सूची में शामिल होने वाली रिलायंस इकलौती भारतीय कंपनी है. इससे पहले रिलायंस इस सूची में 2012 में 99वें स्थान पर रही थी, लेकिन बाद के वर्षों में फिसलते हुए 2016 में 215वें स्थान पर पहुंच गई थी. हालांकि, उसके बाद से लगातार रिलायंस की रैंकिंग में सुधार हुआ है.
‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में कंपनियों को उनके पिछले वित्त वर्ष की कुल आय के आधार पर शामिल किया जाता है. भारत की स्थिति में कंपनियों को 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष के परिणामों के आधार पर इस सूची में शामिल किया गया है.
SBI की रैंकिंग 15 स्थान सुधरी
‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में 34 अंक फिसलकर सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन 151वें स्थान पर रही. वहीं, तेल एवं प्राकृतिक गैर निगम (ओएनजीसी) की रैंकिंग पिछले साल के मुकाबले 30 स्थान खिसकर 190वीं रही. देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक की रैकिंग में 15 का सुधार हुआ और यह 221वें स्थान पर रहा. इस सूची में शामिल होने वाली अन्य भारतीय कंपनियों में भारत पेट्रोलियम 309वीं, टाटा मोटर्स 337वीं और राजेश एक्पोर्ट्स 462वीं रैंक पर रहीं.
‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में वालमार्ट टॉप पर
‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में इस साल शीर्ष पर वालमार्ट रही. इसके बाद तीन चीनी कंपनियों साइनोपेक समूह, स्टेट ग्रिड और चाइना नेशनल पेट्रोलियम का स्थान रहा. लिस्ट में पांचवे स्थान पर रॉयल डच शेल और छठे पर सऊदी अरब की प्रमुख तेल कंपनी अरामको रही. सूची में वालमार्ट, साइनोपेक और चाइना नेशनल पेट्रोलियम के स्थान में कोई बदलाव नहीं हुआ. जबकि स्टेट ग्रिड ने दो स्थान की बढ़त हासिल की और शेल दो स्थान नीचे खिसक गई.
रिलायंस (RIL) का रेवेन्यू 86.2 अरब डॉलर, IOC का 69.2 अरब डॉलर, ONGC का 57 अरब डॉलर और SBI का 51 अरब डॉलर रहा. वहीं, वालमार्ट का रेवेन्यू 524 अरब डॉलर रहा. इसके बाद सिनोपेक समूह का 407 अरब डॉलर, स्टेट ग्रिड का 384 अरब डॉलर और चीन नेशनल पेट्रोलयम का 379 अरब डॉलर रहा. पांचवे पायदान पर रॉयल डच शेल और सउदी आयल कंपनी अरामको छठे पायदान पर रही है.
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