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Fortune India 500: मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने एक और बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. RIL अब कमाई के मामले में फॉर्च्यून इंडिया 500 की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. यह मुकाम कंपनी ने 2010 से 2018 तक लगातार दूसरे नंबर पर रहने के बाद हासिल किया है. इस मामले में RIL ने पब्लिक सेक्टर कंपनी इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) का 10 साल की बादशाहत खत्म करके किया है. रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज को यह मुकाम हासिल करने में रिटेल और टेलिकॉम बिजनेस के बेहतर प्रदर्शन का सहारा मिला. जानते हैं लिस्ट में शामिल टॉप कंपनियों का हाल.....
वित्त वर्ष 2018-19 में प्रदर्शन
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL)
रेवेन्यू: 580,553 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 41.50%
नेट आपरेटिंग प्रॉफिट: 567,135 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 44.80%
प्रॉफिट: 39,588 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 9.74%
एसेट्स: 719,829 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 31.28%
नेट वर्थ: 387,112 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 31.89%
इंम्प्लॉई कास्ट: 12,488 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ 31.14%
प्रॉफिट रेश्यो
रेवेन्यू: 6.82, एसेट्स: 5.50, नेट वर्थ: 10.23
इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC)
रेवेन्यू: 535,793.18 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 26.26%
नेट आपरेटिंग प्रॉफिट: 528,148.93 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 25.30%
प्रॉफिट: 17,376.70 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: -21.69%
एसेट्स: 215,539.11 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 15.89%
नेट वर्थ: 112,469.24 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: -1.23%
इंम्प्लॉई कास्ट: 11,596.28 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ 8.57%
प्रॉफिट रेश्यो
रेवेन्यू: 3.24, एसेट्स: 8.06, नेट वर्थ: 15.45
ONGC
रेवेन्यू: 436,057.04 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 30.89%
नेट आपरेटिंग प्रॉफिट: 421,385.29 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 30.58%
प्रॉफिट: 30,494.96 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 37.95%
एसेट्स: 373,902.10 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 5.83%
नेट वर्थ: 218,140.77 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 6.92%
इंम्प्लॉई कास्ट: 15,852.07 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ 5.89%
प्रॉफिट रेश्यो
रेवेन्यू: 6.99, एसेट्स: 8.16, नेट वर्थ: 13.98
SBI
रेवेन्यू: 330,687.36 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 7.88%
नेट आपरेटिंग प्रॉफिट: 253,322.14 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 10.64%
प्रॉफिट: 2,299.64 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 0.0%
एसेट्स: 373,902.10 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 8.53%
नेट वर्थ: 209,841.72 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 2.13%
इंम्प्लॉई कास्ट: 43,795.01 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ 23.68%
प्रॉफिट रेश्यो
रेवेन्यू: 0.70, एसेट्स: 0.06, नेट वर्थ: 1.10
टाटा मोटर्स
रेवेन्यू: 303,227.41 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 0.68%
नेट आपरेटिंग प्रॉफिट: 301,938.40 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 3.56%
प्रॉफिट: -28,826.23 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: 0.0%
एसेट्स: 195,447.73 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: -6.82%
नेट वर्थ: 60,179.56 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ: -36.94%
इंम्प्लॉई कास्ट: 33,243.87 करोड़, सालाना आधार पर ग्रोथ 9.72%
प्रॉफिट रेश्यो
रेवेन्यू: -9.51, एसेट्स: -14.75, नेट वर्थ: 0.00
टॉप 20 में ये भी कंपनियां
भारत पेट्रोलिसम कॉरपोरेशन, राजेश एक्सपोर्ट, टाटा स्टील, कोल इंडिया, टाटा कंसल्टेंसी, एल एंड टी, ICICI बैंक, हिंडाल्को, HDFC बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, HDFC, NTPC, वेदांता, मारुति सुजुकी और नयारा एनर्जी
10 साल में बढ़ता गया RIL का मुनाफा
10 साल में RIL का औसत मुनाफा IOC की तुलना में 3 गुना के करीब ज्यादा बढ़ा है. FY15 के दौरान IOC की तुलना में RIL का मुनाफा 4.8 गुना तक बढ़ा था. तब RIL का मुनाफा 23,566 करोड़ रुपये था, जबकि IOC का मुनाफा 4,912 करोड़ रुपये था. ओवरआल बात करें तो 2019 में फॉर्च्यून इंडिया 500 कंपनियों का रेवेन्यू 9.53 फीसदी बढ़ा है. जबकि इन कंपनियों का मुनाफा 11.8 फीसदी बढ़ा है.
प्राइवेट बैंकों का मुनाफा बढ़ा
नई लिस्ट में पिछली लिस्ट में शामिल 57 कंपनियां बाहर हो गई हैं. इस साल फॉर्च्यून इंडिया 500 कंपनियों का कुल घाटा भी कम हुआ है. 65 कंपनियों का कम्युलेटिव घाटा 1.67 लाख करोड़ रहा, जो पिछले साल 2 लाख करोड़ के बराबर था. सरकारी और निजी क्षेत्र के बेंकों की दौलत में 2019 में कमी आई है. 22 में से 14 पब्लिक सेक्टर बैंकों का कम्युलेटिव घाटा 74,253 करोड़ रुपये रहा. जबकि कुल 24 निजी बैंकों का कुल मुनाफा 60,747 करोड़ रहा. यह सालाना आधार पर 6.16 फीसदी ज्यादा है.