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दिसंबर 2023 में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में 66,134 करोड़ रुपये डाले थे. वहीं नवंबर में एफपीआई ने शेयरों में 9,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था.
FPIs infuse around Rs 3900 crore in Indian equities in the first two weeks of this month: ब्याज दर परिदृश्य को लेकर अनिश्चितता के बीच विदेशी निवेशकों यानी एफपीआई (FPI) ने सतर्क रुख अपनाया है और जनवरी के पहले दो हफ्ते में भारतीय शेयर बाजारों में करीब 3,900 करोड़ रुपये लगाए हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने 12 जनवरी तक भारतीय शेयरों में शुद्ध रूप से 3,864 करोड़ रुपये का निवेश किया है. दिसंबर 2023 में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में 66,134 करोड़ रुपये डाले थे. वहीं नवंबर में एफपीआई ने शेयरों में 9,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था.
FPI ने जनवरी में अबतक डेट मार्केट में डाले 7,912 करोड़
आंकड़ों से पता चलता है कि डेट मार्केट यानी बॉन्ड बाजार को लेकर एफपीआई का आकर्षण बना हुआ है. इस महीने 12 जनवरी तक एफपीआई बॉन्ड बाजार में 7,912 करोड़ रुपये का निवेश किया. इससे पहले एफपीआई ने दिसंबर में बॉन्ड बाजार में 18,302 करोड़ रुपये, नवंबर में 14,860 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 6,381 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मॉर्निंगस्टार इनवेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा ‘‘निवेशकों के निवेश का मौजूदा रुख मुनाफावसूली की वजह से है, क्योंकि भारतीय शेयर बाजार इस समय अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर है.’’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा ब्याज दर परिदृश्य को लेकर अनिश्चितता की वजह से भी एफपीआई किनारे पर हैं और वे निवेश का कोई निर्णय लेने से पहले किसी संकेतक का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगातार जारी भू-राजनीतिक तनाव की वजह से भी एफपीआई निवेश निर्णय लेते समय सतर्कता बरत रहे हैं.
जेपी मॉर्गन चेज ऐंड कंपनी (JPMorgan Chase & Co.) ने सितंबर 2023 में अपने एक बयान में एलान करते हुए कहा था कि वह अगले साल जून से अपने बेंचमार्क इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत के सरकारी बॉन्ड्स को शामिल करेगी. कंपनी ने पिछले कुछ महीनों में देश के बॉन्ड बाजारों में प्रवाह को प्रभावित किया है. 2023 के दौरान एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में 1.71 लाख करोड़ रुपये और डेट मार्केट में 68,663 करोड़ रुपये निवेश किया. दोनों मिलाकर कैपिटल बाजार में विदेशी निवेशकों का पिछले साल 2.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश रहा.