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FPI ने नवंबर के पहले 15 दिनों में भारतीय बाजारों से निकाले 949 करोड़ रुपये, एक्सपर्ट्स ने बताई ये बड़ी वजह

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, FPI ने एक से 12 नवंबर के दौरान शेयरों से 4,694 करोड़ रुपये निकाले.

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, FPI ने एक से 12 नवंबर के दौरान शेयरों से 4,694 करोड़ रुपये निकाले.

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PTI
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FPIs remain net sellers in November at Rs 949 crore

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने नवंबर के पहले 15 दिनों में भारतीय बाजारों से 949 करोड़ रुपये की निकासी की है.

FPI: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने नवंबर के पहले 15 दिनों में भारतीय बाजारों से 949 करोड़ रुपये की निकासी की है. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, FPI ने एक से 12 नवंबर के दौरान शेयरों से 4,694 करोड़ रुपये निकाले. वहीं इस दौरान उन्होंने ऋण या बांड बाजार में 3,745 करोड़ रुपये डाले. इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 949 करोड़ रुपये रही. अक्टूबर में एफपीआई ने 12,437 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी.

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एक्सपर्ट्स की राय

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर, मैनेजर हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘FPI भारतीय शेयरों के हायर वैल्यूएशन से चिंतित हैं. शेयर बाजार इस समय अपने सर्वकालिक उच्चस्तर के पास हैं.’’ उन्होंने कहा कि हायर वैल्यूएशन की वजह से एफपीआई मुनाफा काट रहे हैं. पिछले कुछ सप्ताह के प्रवाह के रुख से यह संकेत मिलता है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीतिक दबाव और कुछ विकसित अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती भी चिंता का विषय है.

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एफपीआई का बदल रहा है रुख

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि एफपीआई वैल्यूएशन की चिंता की वजह से बाहर निकल रहे हैं. अहम बात यह है कि पुराने परिदृश्य में एफपीआई ‘स्मार्ट मनी’ के साथ बाजार की दिशा तय करते थे. अभी यह रुख बदल गया है. हम अनिश्चितता के दौर में हैं.’’

Fpi Foreign Portfolio Investments