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freshworks आईपीओ के जरिये अमेरिकी बाजार से जुटाएगी पूंजी.
भारत के चेन्नई से अपना सफर शुरू करने वाली कंपनी अब अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्टिंग की तैयारी कर रही है. Freshworks नाम की यह कंपनी Saas यानी software as a service startup कैटेगरी में आती है, जो फिलहाल अमेरिकी बाजार में खुद को और मजबूत करने में लगी है. यह कंपनी जल्द ही अमेरिका में 91 करोड़ डॉलर यानी करीब 6715 करोड़ रुपये से अधिक का आईपीओ लाने जा रही है. कंपनी का इरादा अपने शेयर्स को अमेरिकी शेयर बाजार NASDAQ में लिस्ट कराने का है.
कंपनी इस आईपीओ के तहत 28 और 32 डॉलर के फिक्स्ड प्राइस रेंज में 2.85 करोड़ क्लास ए कॉमन शेयर जारी करेगी. आईपीओ के बाद कंपनी NASDAQ में FRSH सिंबल के तहत लिस्ट होगी. चेन्नई से अपने कारोबार की शुरुआत करने वाली Freshworks अपने अमेरिकी कस्टमर्स से नजदीकी रिश्ते बनाने के लिए अमेरिका शिफ्ट हो चुकी है. लेकिन दक्षिण भारत में अब भी इसकी मजबूत मौजूदगी है.
कंपनी आईपीओ के अपर प्राइस बैंड के आधार पर 91.2 करोड़ डॉलर जुटाएगी. जबकि लोअर बैंड पर यह 7.98 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाएगी. रिपोर्टों के मुताबिक Freshworks अपनी वैल्यूएशन बढ़ा कर 9 अरब डॉलर तक ले जाना चाहती है. फिलहाल इसकी वैल्यूएशन 3.5 अरब डॉलर है. 2019 में फ्रेश फंडिंग के बाद कंपनी की वैल्यूएशन इस स्तर पर पहुंची थी. Freshworks का आईपीओ सफल रहा तो यह Yatra Online, Azure Power और हाल में NASDAQ में लिस्ट हुई ReNew Power के क्लब में शामिल हो जाएगी. ये सभी कंपनियां SPAC के जरिये NASDAQ में लिस्ट हुई हैं.
कंपनी आईपीओ के जरिये जुटाई पूंजी का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट जरूरतों जैसे वर्किंग कैपिटल के साथ ऑपरेटिंग और पूंजीगत खर्च को बढ़ाने में करेगी . कंपनी का कहना है कि पूंजी के एक हिस्से का इस्तेमाल नए अधिग्रहण करने या स्ट्रेटजिक इनवेस्टमेंट के लिए होगा. कंपनी कंपलिमेंट्री बिजनेस, प्रोडक्ट सर्विस या टेक्नोलॉजी में निवेश कर सकती है. हालांकि इस तरह के अधिग्रहण या पूंजी निवेश का कंपनी की कोई मौजूदा योजना नहीं है.
कंपनी का रेवेन्यू बढ़ा, घाटे में कमी
Freshworks में Accel, Tiger Global Management, CapitalG, and Sequoia Capital India जैसी दिग्गज कंपनियों की हिस्सेदारी. हालांकि कंपनी अभी मुनाफे से दूर है. फिर भी इसने रेवेन्यू में बढ़त दर्ज की है और घाटा कम करने में भी इसे मदद मिली है. जून 2021 में कंपनी का रेवेन्यू 16.82 करोड़ डॉलर था. जबकि 2020 के जून में रेवेन्यू 11.04 करोड़ रुपये था. कंपनी का घाटा भी 5.7 करोड़ डॉलर से घट कर 98 लाख डॉलर रह गया है.
(Story: Kshitij Bhargava)