scorecardresearch

Loser : जेनसोल इंजीनियरिंग ने निवेशकों को किया कंगाल, स्‍टॉक 1 साल के हाई से 95% नीचे, क्‍या है लेटेस्‍ट अपडेट

Lower Circuit in Gensol Engineering : जेनसोल इंजीनियरिंग के स्टॉक में लोअर सर्किट जारी है. इस शेयर में आज 18वें दिन लगातार लोअर सर्किट लगा है और यह टूटकर 66.25 रुपये के भाव पर आ गया.

Lower Circuit in Gensol Engineering : जेनसोल इंजीनियरिंग के स्टॉक में लोअर सर्किट जारी है. इस शेयर में आज 18वें दिन लगातार लोअर सर्किट लगा है और यह टूटकर 66.25 रुपये के भाव पर आ गया.

author-image
Sushil Tripathi
New Update
Gensol Engineering, Lower Circuit in Gensol Engineering, Gensol Engineering fall 85pc from high

Stock Market Loser : जेनसोल इंजीनियरिंग के स्टॉक अपने 1 साल के हाई 1125 रुपये से करीब 95 फीसदी टूट चुका है. (Reuters)

Gensol Engineering Stock Price : जेनसोल इंजीनियरिंग के स्टॉक में लोअर सर्किट जारी है. इस शेयर में आज 18वें दिन लगातार लोअर सर्किट लगा है और यह टूटकर 66.25 रुपये के भाव पर आ गया. स्टॉक अपने 1 साल के हाई 1125 रुपये से करीब 95 फीसदी टूट चुका है. इस कंपनी को लेकर ताजा अपडेट यह है कि कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कंपनी कानून के कथित उल्लंघन के संबंध में जेनसोल इंजीनियरिंग और ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी के मामलों की जांच का आदेश दिया है. जेनसोल इंजीनियरिंग कथित रूप से फंड की हेराफेरी और कामकाज संबंधी खामियों के लिए रेगुलेटरी जांच के दायरे में है.

मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अप्रैल में एक आदेश पारित कर कंपनी के प्रवर्तक अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को विभिन्न उल्लंघनों के लिए सिक्‍योरिटी मार्केट से बैन कर दिया था. ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी अनमोल सिंह जग्गी द्वारा प्रवर्तित है. अधिकारियों ने जानकारी दी कि मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 210 के तहत कंपनियों के खिलाफ जांच का आदेश दिया है. मंत्रालय को धारा 210 के तहत जनहित सहित विभिन्न आधारों पर किसी कंपनी के मामलों की जांच का आदेश देने का अधिकार है. इससे पहले मंत्रालय ने कहा था कि वह सेबी के आदेश की समीक्षा करने के बाद मामले में जरूरी कार्रवाई करेगा. 

सेबी ने स्टॉक स्प्लिट भी रोका था

Advertisment

पिछले महीने 15 अप्रैल 2025 को मार्केट रेगुलेटर की ओर से जेनसोल को घोषित स्टॉक स्प्लिट को रोकने के लिए कहा गया था, साथ ही रेगुलेटर ने इसके खातों और संबंधित सभी पक्षों के खातों की जांच करने के लिए एक फोरेंसिक ऑडिटर की नियुक्ति का भी निर्देश दिया था. मार्केट रेगुलेटर सेबी को इस संबंध में जून, 2024 को शिकायत मिली थी. SEBI ने जांच में पाया है कि कंपनी के फंड को लग्जरी प्रॉपर्टी खरीदने और प्रोमोटरों के निजी खर्चों का पेमेंट करने के लिए डायवर्ट किया गया है.

जांच के घेरे में कंपनी

सेबी की जांच मुख्य रूप से 6,400 इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए जेनसोल द्वारा उठाए गए 663.89 करोड़ रुपये के लोन के इर्द-गिर्द रही है, जिसमें से केवल 4,704 EV वास्तव में 567.73 करोड़ रुपये में खरीदे गए थे. इससे 200 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का हिसाब नहीं मिल पाया.

बता दें कि जेनसोल में प्रमोटर की हिस्सेदारी, मार्च 2025 तक घटकर 35 फीसदी रह गई. इसमें से 75.74 लाख शेयर IREDA के पास गिरवी रखे गए थे, जिनमें से कई कथित तौर पर जब्त कर लिए गए हैं. इस बीच, रिटेल निवेशकों के पास कंपनी के लगभग 65 फीसदी शेयर बने हुए हैं.

प्रमोटर्स पर क्‍या हैं आरोप

सेबी ने 15 अप्रैल को जेनसोल के प्रमोटर्स के खिलाफ आदेश जारी किया था. इन प्रमोटर्स पर आरोप है कि उन्होंने अपनी सार्वजनिक रूप से लिस्‍टेड कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग से लोन  राशि को निजी उपयोग के लिए गबन किया है. इससे कंपनी के कामकाज के तरीकों को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. इस बीच, आईसीएआई के जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड और ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी के वित्तीय विवरणों की समीक्षा 6 महीने में पूरी करने की संभावना है. आईसीएआई का वित्तीय रिपोर्टिंग समीक्षा बोर्ड (एफआरआरबी) वित्त वर्ष 2023-24 के लिए दोनों कंपनियों के वित्तीय विवरणों की समीक्षा कर रहा है.

Gensol Engineering