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ग्लोबल हेल्थ लिमिटेड की शुरुआती शेयर बिक्री 3 नवंबर से 7 नवंबर के दौरान सार्वजनिक सदस्यता के लिए खुलेगी.
Global Health IPO: मेदांता ब्रांड (Medanta Brand) के तहत अस्पतालों का परिचालन और प्रबंधन करने वाली कंपनी ग्लोबल हेल्थ लिमिटेड ने अपने 2,206 करोड़ रुपये के इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए 319-336 रुपये का प्राइस रेंज तय किया है. कंपनी के इस पब्लिश इश्यू में सब्सक्रिप्शन 3 नवंबर को खुलकर 7 नवंबर को बंद होगा. कंपनी के मुताबिक एंकर निवेशकों के लिए बोली 2 नवंबर को खुलेगी.
आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि बाकी रकम 5.08 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचकर जुटाने की योजना है. ओएफएस के तहत कार्लाइल ग्रुप (Carlyle Group) से जुड़े अनंत इंवेस्टमेंट्स (Anant Investments) और सुनील सचदेवा और सुमन सचदेवा अपने शेयरों को बेचेंगे. ग्लोबल हेल्थ में अनंत इन्वेस्टमेंट्स की 25.64 प्रतिशत और सुनील और सुमन सचदेवा की 13.41 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कंपनी को आईपीओ के जरिए 2,206 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है. नए इश्यू से प्राप्त आय का उपयोग कर्ज चुकाने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
मेदांता ब्रांड के 5 प्राइवेट हॉस्पिटल
ग्लोबल हेल्थ लिमिटेड के फाउंडर मशहूर कार्डियोवैस्कुलर और कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉक्टर नरेश त्रेहन हैं. ये एक मल्टी स्पेशियालिटी टर्शियरी केयर कंपनी है, जो मेदांता ब्रांड के तहत देश के उत्तर पूर्वी इलाकों में मेडिकल सुविधा मुहैया कराती है. कार्लाइल ग्रुप और टेमासेक (Carlyle Group and Temasek) जैसे प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स की साझेदारी से बनी ग्लोबल हेल्थ लिमिटेड अपने मेदांता ब्रांड के तहत देश में 5 हॉस्पिटल के नेटवर्क का संचालन कर रही है. ये हॉस्पिटल गुरुग्राम, इंदौर, रांची, लखनऊ और बिहार की राजधानी पटना में 'मेदांता' के नाम से ही चलाए जा रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक अस्पताल बन रहा है.
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क्या है IPO
इनीशियल पब्लिक ऑफर बाजार से पूंजी जुटाने के लिए किसी प्राइवेट कंपनी द्वारा लाया जाता है. यह एक प्राइवेट कंपनी को पब्लिक कंपनी में बदलने की प्रक्रिया है. जब कंपनियों को पैसे की जरूरत होती है तो ये शेयर बाजार में खुद को लिस्ट कराती हैं. आईपीओ के ज़रिए प्राप्त पूंजी को कंपनी अपनी जरूरत के हिसाब से खर्च करती है. इस फंड का इस्तेमाल कर्ज चुकाने या कंपनी की तरक्की में किया जा सकता है. स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयरों की लिस्टिंग से कंपनी को सही वैल्यूएशन हासिल करने में मदद मिलती है.