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Go Fashion IPO: गो फैशन के आईपीओ में पैसे लगाने का आज आखिरी मौका, खुदरा निवेशक जमकर लगा रहे पैसे, जानिए ग्रे मार्केट में क्या है हाल

Go Fashion IPO: गो फैशन के 1014 करोड़ रुपये के आईपीओ को सब्सक्राइब करने का आज आखिरी दिन है.

Go Fashion IPO: गो फैशन के 1014 करोड़ रुपये के आईपीओ को सब्सक्राइब करने का आज आखिरी दिन है.

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गो फैशन इंडिया के आईपीओ के तहत 125 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे

Go Fashion IPO: महिलाओं की वियर ब्रांड गो कलर्स (Go Colors) की मूल कंपनी गो फैशन के आईपीओ को खुदरा निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली है. 1014 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के तहत खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा सबसे अधिक करीब 24.64 गुना सब्सक्राइब हुआ है. यह आईपीओ 17 नवंबर को खुला था और अब तक क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स, नेट इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स व खुदरा निवेशकों ने इस आईपीओ को 6.87 गुना सब्सक्राइब किया है. अधिकतर ब्रोकरेज फर्मों ने इसे सब्सक्राइब की रेटिंग दी हुई है.

ग्रे मार्केट की बात करें तो आईपीओ खुलने के बाद इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 600 रुपये तक पहुंच गया था लेकिन उसके बाद इसमें गिरावट शुरू हुई और यह 460 रुपये तक लुढ़क चुका है. हालांकि इसके बावजूद कंपनी की विस्तार योजना और महिलाओं के ब्रांडेड बॉटम वियर में बढ़िया मार्केट हिस्सेदारी के चलते मार्केट एक्सपर्ट्स निवेश के लिए इसे आकर्षक मान रहे हैं. इस आईपीओ के लिए 655-690 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय है.

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निवेश को लेकर एक्सपर्ट की ये है राय

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  • रिलायंस सिक्योरिटीज के मुताबिक यह आईपीओ वित्त वर्ष 2021 के सेल्स के मुकाबले एंटरप्राइजेज वैल्यू के 14.6 गुने भाव पर है जो ट्रेंट के भाव के बराबर है लेकिन आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल के मुकाबले प्रीमियम पर है. गो फैशन के मुकाबले ट्रेंट और आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल अधिक मजबूत हैं लेकिन महिलाओं के कपड़ों की ऑर्गेनाइज्ड रिटेलिंग वित्त वर्ष 2015 में 19 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2020 में 27 फीसदी हो गई और अब वित्त वर्ष 2025 तक इसके 42 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान है. महिलाओं के कपड़ों के मामले में बॉटम वियर की बिक्री तेजी से बढ़ रही है जिसके वित्त वर्ष 2020 में 1.35 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 तक 2.43 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में रिलायंस सिक्योरिटीज के एनालिस्ट ने गो फैशन की ग्रोथ संभावना को देखते हुए इस आईपीओ को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.

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  • गो फैशन (इंडिया) महिलाओं के बॉटम वियर की बिक्री करने वाले देश के सबसे बड़े ब्रांड में शुमार है. इसकी वित्त वर्ष 2020 में ब्रांडेड वूमेन बॉटम वियर मार्केट में 8 फीसदी हिस्सेदारी थी. बहुत अधिक ग्रॉस मार्जिन और ओवरऑल इंडस्ट्री में प्रति स्क्वॉयरफुट रेवेन्यू के मामले में दिग्गज कंपनियों में शुमार गो फैशन में निवेश की गई पूंजी बढ़ने की बेहतर संभावना है. ऐसे में सैंक्टम वेल्थ डायरेक्टर (रिसर्च) आशीष चतुरमोहता के मुताबिक निवेशक गो फैशन के आईपीओ में लांग टर्म के लिए पैसे लगाकर शानदार रिटर्न हासिल कर सकते हैं.

Go Fashion IPO से जुड़ी डिटेल्स

  • गो फैशन इंडिया का 1014 करोड़ रुपये के आईपीओ को सब्सक्राइब करने का आज आखिरी मौका है.
  • इस इश्यू के तहत 125 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 1.29 करोड़ इक्विटी शेयरों की ओएफएस के तहत बिक्री होगी. ओएफएस के तहत पीकेएस फैमिली ट्रस्ट व वीकेएस फैमिली ट्रस्ट 7.45 लाख, सीक्विया कैपिटल इंडिया इंवेस्टमेंट्स 74.98 लाख, इंडिया एडवांटेज फंड एस4 33.11 लाख और डायनमिक इंडिया एस4 यूएस 5.76 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी.
  • इस इश्यू के लिए 655-690 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है. प्रति शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है.
  • निवेशक इस आईपीओ में 21 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं यानी कि प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 14490 रुपये का निवेश करना होगा.

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  • शेयरों का अलॉटमेंट 25 नवंबर को फाइनल हो सकता है जबकि लिस्टिंग 30 नवंबर को हो सकती है.
  • इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है.
  • नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल 120 नए एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स खोलने में किया जाएगा. इसके अलावा इसका इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए भी किया जाएगा.
  • जेएम फाइनेंशियल, डीएम कैपिटल एडवाइजर्स (पूर्व नाम आईडीएफसी सिक्योरिटीज) और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज इश्यू के लीड मैनेजर्स हैं.
  • इश्यू के लिए रजिस्ट्रार केफिन टेक्नोलॉजीज है.

कंपनी के बारे में डिटेल्स

  • गो फैशन इंडिया गो कलर्स ब्रांड के तहत महिलाओं के बॉटम-वियर प्रॉडक्ट्स की विस्तृत रेंज को डेवलप कर उन्हें डिजाइन करती है और फिर उन्हें जुटाती है, मार्केटिंग करती है और फिर उनकी बिक्री करती है. यह देश में महिलाओं के बॉटम वियर की बिक्री करने वाली सबसे बडे़ ब्रांड में शुमार है.
  • यह देश में उन चुनिंदा कपड़े की कंपनियों में शुमार है जिसने महिलाओं के बॉटम वियर में कारोबारी अवसर को पहचाना और बॉटम-वियर के लिए कैटेगरी क्रिएटर के तौर पर काम किया.
  • गो फैशन (इंडिया) महिलाओं के बॉटम वियर की बिक्री करने वाले देश के सबसे बड़े ब्रांड में शुमार है. इसकी वित्त वर्ष 2020 में ब्रांडेड वूमेन बॉटम वियर मार्केट में 8 फीसदी हिस्सेदारी थी.
  • इसके बॉटम-वियर प्रोडक्ट्स की बात करें तो यह चूड़ीदार, लेगिंग्स, धोती, हरेम पैंट्स, पटियाला, प्लाजो, पैंट्स, ट्राउजर्स और जेगिंग्स इत्यादि की बिक्री करती है. यह एथनिक वियर, वेस्टर्न वियर, फ्यूजन वियर, एथेलेज्योर, डेनिम्स और प्लस साइजेज में विकल्प पेश करती है.
  • कंपनी के वित्तीय स्थिति की बात करें तो कोरोना के चलते पिछले वित्त वर्ष में इसे नुकसान हुआ था लेकिन उसके पहले के दो वित्त वर्षों में इसका मुनाफा बढ़ा. वित्त वर्ष 2019 में कंपनी को 30.94 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) हुआ था जो अगले ही वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 52.63 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में कोरोना के चलते कंपनी का कारोबार प्रभावित हुआ और इसे 3.54 करोड़ रुपये का घाटा हुआ.
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