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गोएयर आईपीओ के जरिए आम निवेशकों से 2500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है.
GoAir IPO: वाडिया ग्रुप के स्वामित्व वाली GoAir का 2500 करोड़ रुपये का आईपीओ अगले वित्त वर्ष के शुरुआती महीनों में आ सकता है. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है. जानकारी के मुताबिक नो-फ्रिल्स एयरलाइन अपने विस्तार योजना पर काम कर रही है और इसके लिए इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) फंड जुटाने में सहायक होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गोएयर आईपीओ के जरिए आम निवेशकों से 2500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है और इसकी शुरुआत अप्रैल के दूसरे हफ्ते में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) की फाइलिंग से शुरू हो जाएगी. इस मसले को लेकर एयरलाइन कंपनी के सीईओ कौशिक खोना से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनके प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी की नीतियों के मुताबिक मार्केट स्पेक्यूलेशन पर कोई टिप्पणी नहीं किया जाता. वर्तमान में दो विमान कंपनियां स्पाइसजेट और इंडिगो ही लिस्टेड हैं.
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इन कंपनियों से हो रहा विमर्श
जानकारी के मुताबिक आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज से प्रस्तावित आईपीओ के रूपरेखा को लेकर विमर्श चल रहा है. इसके अलावा विमानन कंपनी के आईपीओ में सिटीग्रुप और मॉर्गन स्टेनले भी मदद करने वालों में शामिल हैं. गोएयर ने 2005 से अपना ऑपरेशंस शुरू किया था. गोएयर 10 अंतरराष्ट्रीय स्थानों समेत 39 स्थानों के लिए उड़ान सेवाएं उपलब्ध कराती है.
दो एयरलाइन हैं लिस्टेड
वर्तमान में सिर्फ दो भारतीय विमानन कंपनियां स्पाइसजेट और इंडिगो ही एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं और उन पर ट्रेडिंग हो रही हैं. इन दोनों के अलावा एक और विमान कंपनी जेट एयरवेज है जो वित्तीय संकट के चलते अप्रैल 2019 में बंद हो गई और किंगफिशर एयरलाइंस भी पहले एक्सचेंज पर लिस्टेड थी. भारत में सात प्रमुख विमान कंपनियां घरेलू उड़ानों की सेवाएं उपलब्ध कराती हैं.