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Gold ETF: कोरोना क्राइसिस में म्यूचुअल फंड निवेशकों का बना भरोसा, निवेश के लिए चुनें बेस्ट स्कीम

Best Gold ETF: गोल्ड ETF कटेगिरी पर म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. लगातार छठें महीने इस कटेगिरी में निवेश आया है.

Best Gold ETF: गोल्ड ETF कटेगिरी पर म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. लगातार छठें महीने इस कटेगिरी में निवेश आया है.

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Sushil Tripathi
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Gold ETF

Best Gold ETF: गोल्ड ETF कटेगिरी पर म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा बना हुआ है.

Best Gold ETF: गोल्ड ETF कटेगिरी पर म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. लगातार छठें महीने इस कटेगिरी में निवेश आया है. एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में जहां ज्यादातर कटेगिरी में निवेशकों ने बिकवाली की, वहीं इस कटेगिरी में 579 करोड़ रुपये का निवेश आया है. अगस्त में भी इस कटेगिरी में 907.9 करोड़ रुपये निवेश हुआ था. इस साल की बात करें तो इस गोल्ड ईटीएफ कटेगिरी में अबतक 5,957 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो आ चुका है. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि गोल्ड ईटीएफ में हालिया मिलने वाले रिटर्न की वजह से निवेशकों का इंटरेस्ट बढ़ा है. आगे भी इनके बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.

बढ़ रहा है निवेशकों का क्रेज

गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को लेकर लोगों का क्रेज बढ़ रहा है. पिछले 2 साल में जिस तरह से गोल्ड में रैली आई है, निवेशक इसके प्रति अट्रैक्ट हो रहे हैं. बता दें कि इस साल गोल्ड ने 56000 का रिकॉर्ड स्तर पार किया था. केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि सोने में रिकॉर्ड तेजी के बाद हाल ही में 6000 रुपये के करीब गिरावट आई है. इस करेक्शन ने सोने में नए निवेशकों को भी एंट्री लेने का मौका मिला है. गोल्ड ईटीएफ से मिलने वाला रिटर्न काफी हद तक सोने से मिलने वाले रिटर्न जैसा ही है. उनका कहना है कि आगे भी इकोनॉमी को लेकर अभी ज्यादा क्लीयर स्थिति नहीं है. ऐसे में उम्मीद है कि आगे भी सोना सेफ हैवन बना रहेगा.

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गोल्ड ETF के फायदे

यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने की गिरते चढ़ते भावों पर आधारित होता है. गोल्ड ETF निवेशकों को गोल्ड मार्केट का एक्सपोजर देता है. लंबी अवधि में निवेश से अच्छा रिटर्न भी मिलता है. शेयर बाजार में निवेश के मुकाबले गोल्ड ETF में निवेश कम उतार चढ़ाव वाला होता है. इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होने की वजह से गोल्ड ETF में प्योरिटी को लेकर कोई दिक्कत नहीं होती.

गोल्ड ETF को डीमैट अकाउंट के जरिए ऑनलाइन खरीद सकते हैं. आप जब चाहें इसे खरीद और बेच सकते हैं. गोल्ड ETF की शुरुआत आप 1 ग्राम यानि 1 गोल्ड ETF से भी कर सकते हैं. इसलिए इसमें निवेश करना आसान है.

गोल्ड ETF पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस चुकाना होता है. गोल्ड ETF को लोन लेने के लिए सिक्योरिटी के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं. फिजिकल सोने पर आपको मेकिंग चार्ज चुकाना होता है. लेकिन गोल्ड ETF में ऐसा नहीं होता है.

बेस्ट फंड

HDFC गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड

1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 28.52%, 18.26%, 12.44%

लांच डेट: 13 अगस्त, 2010

लांच के बाद रिटर्न: 9.44%

एसेट्स: 1,923 करोड़ (30 सितंबर, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 0.59% (31 अगस्त, 2020)

SBI ETF गोल्ड

1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 28.98%, 18.50%, 12.33%

लांच डेट: 28 अप्रैल, 2009

लांच के बाद रिटर्न: 10.24%

एसेट्स: 1,792 करोड़ (30 सितंबर, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 0.50% (30 सितंबर, 2020)

ICICI प्रूडेंशियल गोल्ड ETF

1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 28.18%, 18.32%, 12.12%

लांच डेट: 24 अगस्त, 2010

लांच के बाद रिटर्न: 8.91%

एसेट्स: 1,676 करोड़ (31 अगस्त, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 0.65% (31 अगस्त, 2020)

निप्पॉन इंडिया ETF गोल्ड

1, 3 और 5 साल का रिटर्न: 28.66%, 18.41%, 12.35%

लांच डेट: 8 मार्च, 2007

लांच के बाद रिटर्न: 12.01%

एसेट्स: 5,170 करोड़ (31 अगस्त, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 0.79% (31 अगस्त, 2020)

(Source: value research)

नोट: हमने यहां जानकारी एक्सपर्ट से बात चीत और फंड के प्रदर्शन के आधार पर दी है. बाजार के जोखिम को देखते हुए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.

Gold Price Mutual Fund