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गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री फ्रेश इंश्यू के जरिए जुटाएगी 500 करोड़, IPO के लिए सेबी के पास दाखिल किए कागजात

Gold Plus Glass Industry आईपीओ लाएगी. कंपनी ने आईपीओ के लिए सेबी के पास कागजात दाखिल किए. कंपनी का लक्ष्य फ्रेश इश्यू के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाने का है.

Gold Plus Glass Industry आईपीओ लाएगी. कंपनी ने आईपीओ के लिए सेबी के पास कागजात दाखिल किए. कंपनी का लक्ष्य फ्रेश इश्यू के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाने का है.

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FE Hindi Desk
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IPO: फ्लोट ग्लासमेकर कंपनी (Float glassmaker Gold Plus Glass Industry Ltd) आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी करेगी.

Gold Plus Glass Industry files IPO papers with Sebi, aims to raise Rs 500 crore through fresh issue: गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री लिमिटेड (Gold Plus Glass Industry) ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) के पास इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ-IPO) के जरिए धन जुटाने के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं. आईपीओ दस्तावेजों के मुताबिक फ्लोट ग्लासमेकर कंपनी (Float glassmaker Gold Plus Glass Industry Ltd) आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी करेगी. इसके अलावा प्रमोटर्स और इनवेस्टर स्टेकहोल्डर्स की ओर से 1.56 करोड़ शेयरों की ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) भी लाई जाएगी. 

ऐसा हुआ तो घट जाएगा फ्रेश इश्यू का आकार

ओएफएस में शेयर बेचने वालों में सुरेश त्यागी, जिमी त्यागी, पीआई अपॉर्चुनिटीज फंड-एक और कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड शामिल हैं. दिल्ली की कंपनी प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिए 100 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर सकती है. अगर ऐसा हुआ तो इश्यू का आकार घट जाएगा. कंपनी आईपीओ से प्राप्त राशि में से 400 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में करेगी. इसके एक हिस्से का इस्तेमाल सामान्य कंपनी कामकाज में किया जाएगा. 

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गोल्ड प्लस देश की प्रमुख फ्लोट ग्लास विनिर्माताओं में से है. सितंबर, 2023 तक विनिर्माण क्षमता में इसकी हिस्सेदारी 22 फीसदी थी.

क्या है आईपीओ?

आईपीओ का मतलब इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग है. जब कोई कम्पनी पूंजी जुटाने के लिए पहली बार अपने शेयर सार्वजानिक तौर पर बेचती है, तो शेयर बेचने की इस सम्पूर्ण प्रक्रिया को इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग या आईपीओ लाना कहा जाता है.

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