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कोरोना संकट के दौर में सोने ने इस साल रिकॉर्ड तेजी दिखाई है. सोना एमसीएक्स पर 46286 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर सेटल हुआ है. इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने में शानदार तेजी देखने को मिली है. साल 2019 में जहां सोने ने करीब 22 फीसदी रिटर्न दिया है, इस साल भी अबतक इसमें अबतक 18 फीसदी रिटर्न आ चुका है. सवाल यह उठता है कि सोने में यह तेजी पिछले 2 साल से ज्यादा समय से जारी है. ऐसे में क्या बड़ी रैली के बाद सोना निवेश के लिए लिहाज से महंगा हो गया है. क्या इसमें अब निवेश करने की बजाए मुनाफा वसूली कर लेना चाहिए. एक्सपर्ट इससे साफ इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि सोने में रिटर्न देखकर काम करने की जरूरत नहीं है. सोने में तेजी के लिए अभी बाजार में कई फैक्टर हैं. साल के अंत तक सोना 53 हजार प्रति 10 ग्राम का भी भाव दिखा सकता है.
अप्रैल में सोना बढ़ता ही गया
31 मार्च 2020 को एमसीएक्स पर सोना 42968 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था. यह 13 अप्रैल को 46286 रुपये प्रति 10 ग्राम पर सेटल हुआ. 3 अप्रैल को सोना एमसीएक्स पर 43712 रुपये के भाव पर आ गया. जबकि 7 अप्रैल को सोना अपने रिकॉर्ड हाई 45724 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. 13 अप्रैल को पिछले बंद भाव से सोने में करीब 992 रुपये की तेजी रही. मंगलवार यानी 14 अप्रैल को एमसीएक्स पर कारोबार नहीं हो रहा है.
सोने में तेजी जारी रहने के पीछे 10 कारण
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि सोने में तेजी देखकर घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. 2020 में सोने में तेजी जारी रहेगी. उनका कहना है कि हिस्ट्री भी देखें तो यह पता चलता है कि सोने में जो रैली शुरू होती है वह 4 साल तक जारी रहती है. इसके पहले 2000 से 2004 में रैली आई. 2014 से 2018 तक यह रेंज बाउंड रहा. मौजूदा रैली 2.5 साल से है. यानी इसमें 1 साल और तेजी रह सकती है. हालांकि इसके पीछे कुछ फैक्टर भी काम कर रहे हैं.
1. ग्लोबल स्तर पर सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरें घटाई हैं.
2. कोरोना वायरस के चलते मंदी की आशंका से बड़े देश अपने अर्थव्यवस्था में पैसे डाल रहे हैं.
3. कोरोना संकट में इक्विटी मार्केट पर दबाव जारी है.
4. लॉकडाउन में सोना सेफ हैवन साबित हो रहा है.
5. ग्लोबल इकोनॉमी रीसेयान के दौर में है.
6. VIX इंडेक्स अभी भी हाई है. ऐसे में सोना सेफ हैवन होगा.
7. ETF में रिकॉर्ड निवेश हुआ है.
8. सेंट्रल बैंक भी सोना खरीद रहे हैं.
9. इंटरनेशनल मार्केट में सोने में तेजी है.
10. लॉकडाउन में गोल्ड माइंस और रिफाइनरी बंद होने से कीमतों को सपोट्र मिल रहा है.
इन 3 तरह से करें खरीददारी
लॉकडाउन के चलते फिजिकल बॉइंग संभव नहीं है. ऐसे में 3 विकल्प हैं.
सॉवरेन बांड में निवेश
म्यूचुअल फंड में गोल्ड ईटीएफ
एमसीएक्स फ्यूचर
सोने में कितना करें निवेश
केडिया का कहना है कि पहले जहां लोग कंजम्पशन के लिए सोना खरीदते थे, अब निवेश के लिए खरीदते हैं. पिछले कुछ साल में देखें तो सोने में डबल डिजिट रिटर्न भी अब संभव हुआ है. आगे आउटलुक को देखते हुए कहा जा सकता है कि मौजूदा समय में अपने पोर्टफोलियो को 18 से 20 फीसदी हिस्सा सोना रखें. अब इसमें एंट्री और एग्जिट बेहद आसान हुई है. वैसे भी सकंट के समय सोने को सेफ हैवन माना गया है. क्योंकि सोना जरूरत पड़ने पर तुरंत लिक्विडिटी उपलब्ध करा सकता है.