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सरकार ने एलआईसी का आईपीओ लाने की रफ्तार तेज कर दी है.
सरकार ने LIC के आईपीओ लाने की प्रक्रिया तेज कर दी है. बुधवार को केंद्र सरकार ने इसके लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी (Kotak Mahindra Capital Company) गोल्डमैन सैश (Goldman Sachs India Securities) , जेपी मॉर्गन इंडिया (JP Morgan India), आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज समेत अन्य इनवेस्टमेंट बैंक रनिंग के लिए लीड मैनेजर नियुक्त कर दिया.
कोटक महिंद्रा कैपिटल समेत दस लीड मैनेजर नियुक्त
DIPAM के वेबसाइट के मुताबिक कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, गोल्डमैन सैश इंडिया सिक्योरिटीज, जेपी मॉर्गन इंडिया, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, जेएम फाइनेंशियल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया), एक्सिस कैपिटल, डीएसपी मेरिल लिंच और एसबीआई कैपिटल मार्केट को आईपीओ की बुक रनिंग के लिए लीड मैनेजर नियुक्त किया है. हैदराबाद की कंपनी KFintech को आईपीओ का रजिस्ट्रार और शेयर ट्रांसफर एजेंट नियुक्त किया गया है.
मुंबई स्थित Concept Communications को विज्ञापन एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है. इससे पहले 2 सितंबर को सरकार ने एलआईसी की लिस्टिंग के लिए लीगल एडवाइजर्स के बोली आमंत्रित की थी. एलआईसी का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है.
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IPO से 90 हजार करोड़ रुपये जुटाए जाने की उम्मीद
इससे पहले की खबरों में कहा गया था LIC के IPO में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) को 20 फीसदी हिस्सेदारी दी जा सकती है. सरकार इस पर विचार कर रही है. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक सरकारी विदेशी हिस्सेदारी पर आला अधिकारियों से विचार-विमर्श कर रही है.एलआईसी का आईपीओ भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है. इससे कम से कम 90,000 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं. एलआईसी के आईपीओ ने देश में विनिवेश को लेकर बड़ी बहस पैदा की है. ट्रेड यूनियन समेत विपक्षी दल एलआईसी में विनिवेश की प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं. वहीं सरकार का कहना है कि विनिवेश से एलआईसी के कामकाज में काफी बेहतरी आएगी. साथ ही सरकार को अपना विनिवेश लक्ष्य पूरा करने में भी आसानी होगी.