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हर्ष इंजीनियर्स के 755 करोड़ रुपये के आईपीओ के 455 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे.
Harsh Engineers IPO: आईपीओ निवेशकों के लिए नया साल भी बेहतर रहना वाला है. प्रिसिशन बेरिंग केज बनाने वाली दिग्गज कंपनी हर्ष इंजीनियरिंग इंटरनेशनल (Harsha Engineers International) ने आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के पास प्रारंभिक कागजात जमा किए हैं. कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए 755 करोड़ रुपये जुटाने की है. सेबी के पास दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक इस आईपीओ के तहत 455 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे जबकि कंपनी के वर्तमान शेयरधारक 300 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए बिक्री करेंगे. हर्फ इंजीनियरिंग इससे पहले भी आईपीओ लाने की कोशिश कर चुकी है और करीब चार साल पहले अगस्त 2018 में सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए थे.
Harsh Engineers IPO की डिटेल्स
- हर्ष इंजीनियर्स के 755 करोड़ रुपये के आईपीओ के 455 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे.
- आईपीओ के तहत 300 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ओएफएस के तहत होगी. ओएफएस के जरिए राजेंद्र शाह 66.75 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करेंगे जबकि हरीश रंगवाला 75 करोड़ रुपये, पीलक शाह 16.50 करोड़ रुपये और चारूशीला रंगवाला 75 करोड़ रुपये और निर्मला शाह 66.75 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करेंगे.
- इस आईपीओ के तहत कुछ हिस्सा कंपनी के कर्मियों के लिए भी आरक्षित किया जाएगा.
- एक्सिस कैपिटल, इक्विरस कैपिटल और जेएम फाइनेंशियल इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं.
- नए शेयरों को जारी कर जरिए जुटाए गए 270 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकता करने में किया जाएगा. इसके अलावा 77.95 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मशीनों की खरीदारी जैसी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा. 7.12 करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्टर रिपेयर्स और मौजूदा प्रोडक्शन फैसिलिटीज पर खर्च होंगे. आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए भी जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल किया जाएगा.
दो-तिहाई आय विदेशों से
- हर्ष इंजीनियरिंग के पांच मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट हैं जिसमें से मुख्य फैसिलिटीज गुजरात के अहमदाबाद के समीप चंगोदर में दो और मोरैया में एक हैं. इसके अलावा एक चीन के चांगशू और एक रोमानिया के घीमबाव बार्सोव में है. कंपनी के ग्राहक 25 से अधिक देशों में हैं.
- वित्त वर्ष 2021 में कंपनी को 45.44 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था और 873.75 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था.
- पिछले तीन वर्षों में कंपनी की दो-तिहाई आय विदेशों से हुई है.
- चालू वित्त वर्ष की बात करें तो अप्रैल-सितंबर 2021 में कंपनी को 43.71 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ जबकि 629.46 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ.