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IPO Updates : कंपनी अपने मजबूत ब्रांड और बढ़ते ग्राहक आधार के कारण लंबी अवधि में मजबूत ग्रोथ के लिए अच्छी स्थिति में है. (AI Generated)
HDB Financial Services IPO Latest Subscription Status : एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का आईपीओ आज अपने दूसरे दिन पूरा भर गया है. 26 जून को शाम 4:50 मिनट तक यह आईपीओ 114 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है. इस आईपीओ में 27 जून तक निवेश किया जा सकता है. 12,500 करोड़ रुपये का यह मेगा इश्यू इस साल आने वाला अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू है.
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 700 से 740 रुपये प्रति शेयर तय किया है. शेयर अलॉटमेंट की संभावित तारीख 30 जून है, जबकि लिस्टिंग BSE और NSE दोनों एक्सचेंजों पर 2 जुलाई को होने की संभावना है. तो क्या इस आईपीओ में आपको दांव लगाना चाहिए. वैसे ब्रोकरेज हाउस तो इसे लेकर पॉजिटिव हैं. इस आईपीओ में 2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू शामिल है और बाकी 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल है, जो HDFC बैंक द्वारा किया जा रहा है.
HDB Financial IPO : सब्सक्रिप्शन स्टेटस
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज ओवरआल 1.14 गुना या 114 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है. शेयरहोल्डर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 1.66 गुना और कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा 2.96 गुना भरा है. रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 0.64 गुना भरा है तो एनआईआई के लिए रिजर्व हिस्सा अबतक 2.25 गुना सब्सक्राइब हो चुका है. क्यूआईबी के लिए रिजर्व हिस्सा भी 0.90 गुना भरा है.
एसबीआई सिक्योरिटी : सब्सक्राइब
एसबीआई सिक्योरिटी ने आईपीओ सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी की वैल्यू FY25 के लिए P/B रेश्यो के आधार पर 3.2x (निचले प्राइस बैंड पर) और 3.4x (अपर प्राइस बैंड पर) आंका गया है. कंपनी को एक मजबूत पैरेंटेज, ब्रांड, अच्छे संचालन, रिस्क मैनेजमेंट, और हाई क्रेडिट रेटिंग का समर्थन प्राप्त है. यह दूसरे सबसे बड़े ग्राहक नेटवर्क को सेवा देने वाली सबसे बड़ी NBFCs में से एक है. कंपनी भविष्य में अच्छी ग्रोथ दर्ज करने के लिए मजबूत स्थिति में है और एसेट क्वालिटी में सुधार देख रही है. निवेशकों को कट-ऑफ प्राइस पर इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह है.
च्वॉइस ब्रोकिंग : लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब
ब्रोकरेज हाउस च्वॉइस ब्रोकिंग ने आईपीओ में लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज के अनुसार HFSL भारत में कुल ग्रॉस लोन के साइज के मामले में 7वीं सबसे बड़ी और डाइवर्सिफाइड NBFC है. कंपनी तीन व्यवसायिक क्षेत्रों के माध्यम से लोन देती है : एंटरप्राइज लेंडिंग (39.3%), एसेट लेंडिंग (38%), और कंज्यूमर फाइनेंस (22.7%). कंपनी के लोन बुक में 73% सिक्योर्ड और 27% अनसिक्योर्ड लोन शामिल हैं. FY25 के लिए GNPA 2.3% और NNPA 1% है. अपर प्राइस बैंड पर, इश्यू का वैल्युएशन P/BV 3.4x पर किया गया है, जो एवरेज लेवल पर है. कंपनी अपने मजबूत ब्रांड और बढ़ते ग्राहक आधार के कारण लंबी अवधि में मजबूत ग्रोथ के लिए अच्छी स्थिति में है, लेकिन निकट भविष्य में संचालन की चुनौतियां हैं.
अरिहंत कैपिटल : लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब
ब्रोकरेज हाउस अरिहंत कैपिटल ने आईपीओ में लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी भारत में बड़े पैमाने पर क्रेडिट विस्तार के अवसर का लाभ उठाने के लिए रणनीतिक रूप से अच्छी स्थिति में है. अनुमान है कि FY28 तक सिस्टम क्रेडिट 13-15% CAGR की दर से बढ़कर 297 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच जाएगा.
इसकी मल्टी-साइकिल विशेषज्ञता इसे तेजी से बढ़ते मिडल इंडिया सेगमेंट और ग्रामीण बाजार में विस्तार करने में सक्षम बनाती है, जहां केवल 9% बैंकिंग क्रेडिट पहुंचता है, जबकि यह GDP में 47% का योगदान देता है. भारत में खुदरा क्रेडिट GDP का केवल 25% है, जो वैश्विक स्तर से काफी कम है, और केवल 12% भारतीय औपचारिक स्रोतों से उधार लेते हैं. इसके चलते, कंपनी विकास के इस अवसर का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है. निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस की ओर से दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. शेयर बाजार के साथ रिस्क जुड़ा होता है, इसलिए निवेश का फैसला करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)