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Metal Sector Q4FY22E: मेटल कंपनियों की बढ़ेगी कमाई! Hindalco, NMDC, Tata Steel जैसे शेयर कर सकते हैं आउटपरफॉर्म

रूस और यूक्रेन संकट के चलते मेटल की कीमतों में जोरदार इजाफा हुआ है. रूस और यूक्रेन दोनों ही मेटल के प्रमुख उत्पादक और निर्यात करने वाले देश हैं.

रूस और यूक्रेन संकट के चलते मेटल की कीमतों में जोरदार इजाफा हुआ है. रूस और यूक्रेन दोनों ही मेटल के प्रमुख उत्पादक और निर्यात करने वाले देश हैं.

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Sushil Tripathi
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Metal Sector Q4FY22E: मेटल कंपनियों की बढ़ेगी कमाई! Hindalco, NMDC, Tata Steel जैसे शेयर कर सकते हैं आउटपरफॉर्म

बीते 1 साल की बात करें तो मेटल इंडेक्स में 60 फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिली है. (image: pixabay)

Metal Sector Stocks: निफ्टी मेटल इंडेक्स में हाल ही में ब्रेकआउट आया है. बीते 1 साल की बात करें तो इंडेक्स में 60 फीसदी से ज्यादा और 1 महीने में करीब 8 फीसदी की तेजी आई है. रूस और यूक्रेन संकट के चलते मेटल की कीमतों में जोरदार इजाफा हुआ है. रूस और यूक्रेन दोनों ही मेटल के प्रमुख उत्पादक और निर्यात करने वाले देश हैं. ग्लोबल बाजारों में इनकी अच्छी खासी हिस्सेदारी है. ऐसे में जंग और रूस पर आर्थिक बैन के चलते सप्लाई चेन टूटने से कीमतों में जोरदार इजाफा हुआ है. ये इजाफा वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च के दौरान सबसे ज्यादा हुआ है. इस तिमाही में कीमतों में तेजी आने से कंपनियों का प्रदर्शन पर असर होगा. हालांकि कुकिंग कोल की हायर कीमतों के चलते तिमाही आधार पर EBITDA/tonne में Q4FY22E के दौरान साफ्ट ट्रेंड देखने को मिल सकता है. ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इस पर एक रिपोर्ट जारी की है.

ज्यादातर मेटल की कीमतों में इजाफा

ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर बेस मेटल की कीमतों में तिमाही आधार पर सुधार देखने को मिला है. Q4FY22E में बेस मेटल की कीमतें (lead को छोड़कर) तिमाही और सालाना दोनों आधार पर बढ़ी हैं. इस तिमाही में एवरेज जिंक प्राइस 3738 डॉलर/tonne रहा जो सालाना आधार पर 36 फीसदी और तिमाही आधार पर 11 फीसदी ज्यादा है. लेड की औसत कीमत 2325 डॉलर/tonne रही, जो सालाना आधार पर 16 फीसदी ज्यादा और तिमाही आधार पर फ्लैट रहा. वहीं इस तिमाही के दौरान एल्यूमीनियम की औसत कीमत 3262 डॉलर/tonne रही जो सालाना आधार पर 56 फीसदी और तिमाही आधार पर 18 फीसदी ज्यादा है. जबकि कॉपर की औसत कीमत 9997 डॉलर/tonne रही जो सालाना आधार पर 18 फीदी और तिमाही आधार पर 3 फीसदी ज्यादा है.

टॉपलाइन ग्रोथ बेहतर रहने की उम्मीद

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ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार Q4FY22E के लिए मेटल कंपनियों का औसत एग्रीगेट EBITDA तिमाही और सालाना आधार पर बढ़ने का अनुमान है. ब्रोकरेज के अनुसार कवरेज में आने वाली कंपनियों का एवरेज टॉपलाइन ग्रोथ मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 36 फीसदी और तिमाही आधार पर 13 फीसदी रह सकती है. यह कुल 212696 करोड़ रहने का अनुमान है. जबकि EBITDA में सालाना आधार पर 9 फीसदी और तिमाही आधार पर 7 फीसदी ग्रोथ रह सकती है. यह ओवरआल 46117 करोड़ रहने का अनुमान है.

कंपनियों का EBITDA मार्जिन

कंपनियों का EBITDA मार्जिन 21.7 फीसदी रह सकता है जो सालाना आधार पर 546 bps और तिमाही आधार पर 127 bps कम है. इनपुट कास्ट बढ़ने के चलते मार्जिन पर असर देखने को मिल सकता है. Coal India का EBITDA/tonne चौथी तिमाही में 475/tonne रह सकता है, जबकि NMDC का 2500/tonne रहने का अनुमान है.

Tata Steel का EBITDA/tonne चौथी तिमाही में 25500/tonne और JSW Steel का 14000/tonne रहने का अनुमान है. जबकि SAIL का EBITDA/tonne चौथी तिमाही में 7800/tonne रहने का अनुमान है.

स्टील कंपनियों का सेल्स वॉल्यूम हाई!

स्टील कंपनियों का सेल्स वॉल्यूम हाई रहने की उम्मीद है. Q4FY22E में Tata Steel का सेल्स वॉल्यूम 5 MT रह सकता है जो तिमाही आधार पर 17 फीसदी ज्यादा है. JSW Steel का सेल्स वॉल्यूम 4.9 MT रह सकता है जो तिमाही आधार पर 23 फीसदी ज्यादा है. SAIL का सेल्स वॉल्यूम 4.5 MT रह सकता है जो तिमाही आधार पर 17 फीसदी ज्यादा है.

शेयर को लेकर ब्रोकरेज की राय

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(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)  

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