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कोरोना संकट में म्यूचुअल फंड ने बदला तरीका; किन शेयरों में लगा रहे हैं पैसा, किन शेयरों से बनाई दूरी

कोरोना संकट के बीच म्यूचुअल फंड हाउस भी महीने दर महीने अपनी स्ट्रैटेजी बदल रहे हैं.

कोरोना संकट के बीच म्यूचुअल फंड हाउस भी महीने दर महीने अपनी स्ट्रैटेजी बदल रहे हैं.

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Sushil Tripathi
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कोरोना संकट के बीच म्यूचुअल फंड हाउस भी महीने दर महीने अपनी स्ट्रैटेजी बदल रहे हैं.

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Mutual Fund Investment Strategy: कोरोना वायरस का असर छोटे निवेशकों की जेब पर भी जमकर देखने को मिल रहा है. इसी वजह से कोरोना संकट के बीच म्यूचुअल फंड हाउस भी महीने दर महीने अपनी स्ट्रैटेजी बदल रहे हैं. मौजूदा समय की बात करें तो म्यूचुअल फंड ने अलोकेशन के लिए तेजी से सेक्टर और स्टॉक में बदलाव किए हैं. मई में जहां म्यूचुअल फंड ने डिफेंसिव माने जाने वाले सेक्टर पर अलोकेशन बढ़ाया था, वहीं जून में आयल एंड गैस, एनबीएफसी और बैंक (प्राइवेट & PSU) पर बढ़ाया है. वहीं, हेल्थ केयर और टेक्नोलॉजी में अलोकेशन कम किया है. इस बारे में ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने एक रिपोर्ट जारी की है.

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इक्विटी फंडों में इनफ्लो 95% घटा

जून 2020 में एसआईपी के जरिये निवेश 8000 करोड़ रुपये के स्तर के नीचे चला गया और यह 7,927 करोड़ रुपये रहा है. एम्फी के अनुसार जून में इक्विटी फंडों में कुल एसआईपी का इनफ्लो 95 फीसदी घटकर 241 करोड़ रुपये रहा. जबकि मई में यह 5,257 करोड़ रुपये था.

निवेशकों ने इस दौरान मल्टी कैप फंड से 777.60 करोड़ रुपए की निकासी की है, जबकि लॉर्ज कैप से 212 करोड़ रुपए की निकासी की है.

इस दौरान टैक्स फंड ईएलएसएस में शुद्ध रूप से 587 करोड़ रुपये का निवेश किया गया. लिक्विड फंडों के एयूएम में 44,226 करोड़ रुपये की गिरावट आई. घरेलू संस्थागत निवेशकों द्वारा म्यूचुअल फंड के निवेश में कमी नहीं आई है. म्यूचुअल फंड ने जून में 4,910 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं, जबकि मई में 11,356 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे.

आयल एंड गैस वेट नए हाई पर

जून महीने में आयल एंड गैस वेट मंथली बेसिस पर 60 बीपीएस बझ़कर 9.4 फीसदी हो गया जो न्यू हाई है. जबकि मई में इस सेक्टर में अलोकेशन मॉडरेट रहा था. म्यूचूअल फंड अलोकेशन में जून के दौरान यह सेक्टर तीसरे नंबर पर पहुंच गया. वहीं, NBFCs वेट भी 60 बीपीएस बढ़कर 8.2 फीसदी हो गया. जबकि जून के पहले इसमें लगातार तीसरे महीने कमी आई थी. हेल्थकेयर वेट लगातार 5 महीने बढ़ने के बाद जून में मॉडरेट रहा. इसमें मंथली बेसिस पर 50 बीपी की कमी आई और यह 7.8 फीसदी रहा.

फाइनेंशियल सेक्टर पर बढ़ा फोकस

जून में म्यूचूअल फंड का फोकस फाइनेंशियल सेक्टर पर फिर बढ़ा है. इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि मंथली बेसिस पर वैल्यू बढ़ने के मामले में टॉप 10 में 6 स्टॉक फाइनेंशियल सेक्टर के हैं. इनमें HDFC बैंकबजाज फाइनेंस, ICICI बैंक, SBI और SBI लाइफ इंश्योरेंस शामिल हैं. जबकि जिनमें वैल्यू सबसे ज्यादा कम हुई है, उनमें L&T, ONGC, NTPC, कोल इंडिया और सिप्ला शामिल हैं.

टॉप 10 स्टॉक (वैल्यू में बदलाव)

रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, इंफोसिस, एचयूएल, एसबीआई, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस

बॉटम 10 स्टॉक (वैल्यू में बदलाव)

एल एंड टी, ओएनजीसी, एनटीपीसी, कोल इंडिया, सिप्ला, सनफार्मा, सिटी यूनियन बैंक, एक्साइड इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, डिवाइस लैब

निफ्टी 50 के 50% शेयरों में खरीददार

जून महीने में म्यूचुअल फंड का फोकस फ्रंटलाइन शेयरों पर बढ़ा है. रिपोर्ट के अनुसार निफ्टी 50 के 50 फीसदी शेयरों में म्यूचुअल फंड जून महीने में खरीददार रहे हैं. जून में कोटक महिंद्रा बैंक में सबसे ज्यादा नेट बॉइंग देखी गई हैत्र इसके बाद एयरटेल, JSW स्टील और ब्रिटानिया शामिल हैं.

(रिपोर्ट: ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल)

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