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एढेसिव्स और सीलैंट्स बनाने वाली कंपनी HP Adhesives के आईपीओ निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली थी.
HP Adhesives Listing: एढेसिव्स और सीलैंट्स बनाने वाली कंपनी HP Adhesives के शेयरों की आज प्रीमियम पर लिस्टिंग हुई. इसके शेयर 274 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले करीब 16 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुए. बीएसई पर इसके शेयरों की शुरुआत 319 रुपये और एनएसई पर 315 रुपये के भाव पर हुई. कारोबार आगे बढ़ने पर इसके शेयर और मजबूत हुए और अभी यह करीब 22.24 फीसदी प्रीमियम यानी 334.95 रुपये के भाव पर पहुंच गए. इश्यू के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, महाराष्ट्र में मौजूदा मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी की उत्पादन क्षमता के विस्तार व एक अतिरिक्त यूनिट के लिए फंडिंग में किया जाएगा.
इश्यू 21 गुना हुआ था सब्स्क्राइब
एढेसिव्स और सीलैंट्स बनाने वाली कंपनी HP Adhesives का 126 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 15-17 दिसंबर के बीच खुला था. इस आईपीओ के लिए 262-274 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया था. इसे निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली थी और यह इश्यू 20.96 गुना सब्सक्राइब हुआ था. सबसे अधिक खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा सब्सक्राइब हुआ था.
खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 81.24 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) का हिस्सा 1.82 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स का हिस्सा 19.04 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इस इश्यू के तहत 113 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं. एढेसिव्स व सीलैंट्स का इस्तेमाल प्लंबिंग व सैनिटरी, ड्रेनेज व वाटर डिस्ट्रीब्यूशन, इमारतों के निर्माण, फुटवियर, फोम फर्निशिंग समेत अन्य कई प्रकार की इंडस्ट्रीज में होता है.
कंपनी से जुड़ी डिटेल्स
- एचपी एढेसिव्स एक एढेसिव्स और सीलैंट्स कंपनी है. यह विभिन्न प्रकार के कंज्यूमर एडहेसिव्स व सीलैंट्स और पीवीसी पाइप ल्यूब्रिकेंट्स बनाती है. इन एढेसिव्स व सीलैंट्स का इस्तेमाल प्लंबिंग व सैनिटरी, ड्रेनेज व वाटर डिस्ट्रीब्यूशन, इमारतों के निर्माण, फुटवियर, फोम फर्निशिंग समेत अन्य कई प्रकार की इंडस्ट्रीज में होता है.
- 30 सितंबर 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कंपनी का दिल्ली, कोलकाता, बंगलूरु व इंदौर में स्थित 4 डिपो का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और 750 से अधिक डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं जो देश भर में 50 हजार डीलर्स को सेवाएं देते हैं.
- कंपनी के फाइनेंशियल की बात करें तो इसके शुद्ध मुनाफे (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) में बढ़ोतरी हुई है. वित्त वर्ष में कंपनी को 4 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2020 में 4.67 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. हालांकि इसके बाद कंपनी का कारोबार कोरोना के झटकों से उबरा और वित्त वर्ष 2021 में 10.06 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ.