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LIC के शेयरों में आज यानी 10 जून को फिर बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. (reuters)
LIC Stock Price: इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी (LIC) के शेयरों में आज यानी 10 जून को फिर बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. आज शेयर में लगातार 9वें दिन गिरावट है और यह टूटकर 710 रुपये के भाव पर आ गया. गुरूवार को शेयर 722 रुपये पर बंद हुआ था. शेयर में लिस्टिंग के बाद से ही गिरावट बनी हुई है और यह रोज के रोज रिकॉर्ड लो बना रहा है. अब शेयर अब अपने इश्यू प्राइस यानी आईपीओ के भाव से 25 फीसदी कमजोर होकर ट्रेड कर रहा है. आज निवेशकों को शेयर में बड़ी गिरावट की आशंका इसलिए भी बनी है क्योंकि एंकर निवेशकों के लिए 30 दिनों का लॉक इन पीरियड खत्म 13 जून को खत्म हो रहा है. जिसके बाद वे शेयर बेच सकेंगे.
क्या शेयर में आएगी बड़ी गिरावट
शेयर में निवेशकों को लगातार नुकसान हो रहा है और लिस्टिंग के बाद से उन्हें 1.50 लाख करोड़ का झटका लग चुका है. LIC का मार्केट कैप आज के कारोबार में घटकर 4.50 लाख करोड़ रह गया है. जबकि बुधवार को यह 4.68 लाख करोड़ और मंगलवार को यह 4.76 लाख करोड़ के आस पास बंद हुआ था. आईपीओ के दौरान कंपनी का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ आंका गया था. इस लिहाज से अबतक LIC के निवेशकों को 1.50 लाख करोड़ का झटका लग चुका है.
अब आशंका यह है कि एंकर निवेशकों के लिए लॉकइन पीरियड खत्म होने के बाद शेयर में गिरावट और बढ़ेगी. एंकर निवेशकों के लिए 30 दिनों का लॉक था. अब इसके बाद वे अपने शेयर बेच सकेंगे. आज इसी डर में शेयर में और गिरावट आई है. शेयर 710 रुपये के भाव पर आ गया. बता दें कि आईपीओ के पहले एंकर निवेशकों ने एलआईसी के 5.93 करोड़ शेयर 949 रुपये के भाव में खरीदे थे. इनमें अधिकांश म्यूचुअल फंड थे, जिन्हें शेयर में अच्छा खासा घाटा हो रहा है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Swastika Investmart Ltd. के रिसर्च हेड, संतोष मीना का कहना है कि निवेशकों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि इंश्योरेंस एक लॉन्ग टर्म बिजनेस है, इसलिए वेल्थ डेवलपमेंट और कंपाउंडिंग का फायदा समय के साथ मिलेगा. एक प्वॉइंट जो नोट करने वाला है कि 30 दिन का एंकर निवेशक की लॉक-इन पीरियड खत्म होने जा रहा है. जिसके बाद अगले हफ्ते के पहले दिन इसमें ट्रेडिंग शुरू होगी. आज शेयर का लो इसके लिए मजबूत सपोर्ट लेवल का काम कर सकता है, जहां से रैली आ सकती है. एलआईसी के फंडामेंटज मजबूत हैं और गिरावट पर खरीदारी करने का यह अच्छा समय है. उनका कहना है कि भारत में इंश्योरेंस सेक्टर में भारी ग्रोथ की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं. आबादी के हिसाब से अभी भी बहुत कम लोगों के पास इंश्योरेंस प्रोडक्ट हैं. ऐसे में सेक्टर ग्रोथ का फायदा कंपनी को मिलेगा.
हालांकि LIC के साथ चिंता यह है कि यह प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों के लिए बाजार हिस्सेदारी खो रहा है. प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों की तुलना में कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी कम है, वहीं रेवेन्यू ग्रोथ भी सुस्त है. कम VNB मार्जिन और शॉर्ट टर्म परसिस्टेंसी रेश्यो भी चिंता वाली बात हैं. लेकिन