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10 साल के G-Sec यील्ड्स में बजट के बाद से 21 बेसिस प्वॉइंट की तेजी देखने को मिली है. (image: pixabay)
Best Banking Stocks: 10 साल के G-Sec यील्ड्स में बजट के बाद से 21 बेसिस प्वॉइंट की तेजी देखने को मिली है. यह सितंबर 2021 के बाद से 67 बेसिस प्वॉइंट बढ़कर 6.89 फीसदी हो गया है. वहीं अलग अलग मेच्योरिटी वाली G-Sec बॉन्ड यील्ड में सितंबर 2021 के बाद से 40 से 67 बेसिस प्वॉइंट की तेजी देखी जा चुकी है. वहीं इस दौरान 5 साल, 3 साल और 1 साल के G-Sec यील्ड्स में 40 से 49 बेसिस प्वॉइंट की तेजी आई है. अभी बॉन्ड यील्ड प्रीकोविड 19 लेवल से हाई हो चुका है. ओमिक्रॉन के बाद भी जिस तरह से इकोनॉमिक रिकवरी बनी हुई है, मौजूदा तिमाही में भी क्रेडिट डिमांड बने रहने की उम्मीद है, जिससे बॉन्ड यील्ड में भी तेजी दिखने की संभावना है. ऐसे में कुछ प्रमुख पब्लिक सेक्टर बैंक हाई MTM घाटे की रिपोर्ट कर सकते हैं. हालांकि आपरेटिंग इनकम में सुधार से यह असर कम हो सकता है. दूसरी ओर प्राइवेट बैंक मार्केट शेयर बढ़ाने को तैयार हैं.
क्रेडिट डिमांड हाई रहने की उम्मीद
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि व्यस्त चौथी तिमाही में क्रेडिट डिमांड बेहतर बने रहने की उम्मीद है. वहीं कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के डर के बीच भी अर्थव्यवस्था में सुधार जारी है, ऐसे में पिछली कुछ तिमाही या सालों में मजबूत रहने के बाद भी अगली तिमाही में बॉन्ड-यील्ड ऊंचा रह सकता है. ट्रेजरी घाटे की बात करें तो कुछ प्रमुख पब्लिक सेक्टर बैंक रिपोर्ट कर सकते हैं. ब्रोकरेज के अनुसार BOI, SBI और PNB सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं, जबकि यूनियन बैंक आफ इंडिया, CBK और इंडियन बैंक असर कम होगा. हालांकि, आपरेटिंग इनकम में सुधार (स्लिपेज में कमी, लोन ग्रोथ और मार्जिन में सुधार) इन ट्रेजरी घाटे का असर कम कर सकता है.
प्राइवेट बैंक मार्केट शेयर बढ़ने की स्थिति में
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि यह स्थिति देखने के बाद कह सकते हैं कि बड़े निजी बैंक मार्केट शेयर बढ़ाने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं. उन्हें मजबूत कैपिटल पोजिशन, लिक्विडिटी, कास्ट आफ फंड एडवांटेज और हायर प्रोविजन कवरेज का फायदा मिलेगा. ब्रोकरेज ने ICICI Bank, SBI, Axis Bank, AU BANK को अपनी टॉप पिक में चुना है.
कैसी रही है इंडस्ट्री ग्रोथ
रिपोर्ट के अनुसार ओवरआल इंडस्ट्री ग्रोथ सालाना आधार पर 8 फीसदी रह सकती है. वहीं आगे सेक्टर में कैपेक्स बढ़ने की उम्मीद है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि लार्ज स्केल इंडस्ट्री की ग्रोथ दिसंबर 2021 में फ्लैट रही है, जबकि मिड स्केल इंडस्ट्री की ग्रोथ सालाना आधार पर 87 फीसदी रही है. जबकि माइक्रो/स्माल बिजनेस की ग्रोथ सालाना आधार पर 20.5 फीसदी रही है. ओवरआल इंडस्ट्री की ग्रोथ 7 फीसदी रही. सर्विसेज सेक्टर की ग्रोथ में सुधार हुआ और यह 10.8 फीसदी रही. एग्री सेक्टर की ग्रोथ 14.5 फीसदी रही. NBFC की बात करें तो सालाना आधार पर 13.4 फीसदी और मंथली बेसिस पर 8.8 फीसदी ग्रोथ रही. आगे सरकार का फोकस इंफ्रा एक्सपेंडिचर पर है, उम्मीद है कि इनिशियल कैपेक्स PSUs द्वारा सपोर्ट किया जाएगा. वहीं FY23 से प्राइवेट कैपेक्स में भी रिवाइवल दिखेगा.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)