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ideaForge Tech:26 जून से ड्रोन कंपनी आइडियाफोर्ज टेक का आईपीओ निवेश के लिए खुल रहा है.
ideaForge Tech IPO to Open: अगर आप आईपीओ मार्केट में पैसे लगाकर कमाई करने की सोच रहे हैं तो आपके पास अगले हफ्ते एक और मौका है. ड्रोन कंपनी आइडियाफोर्ज टेक (ideaForge Tech) का आईपीओ सोमवार यानी 26 जून को खुल रहा है और इसे 29 जून तक सब्सक्राइब किया जा सकता है. कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड तय कर दिया है. अपर प्राइस बैंड के लिहाज से इश्यू का साइज 567 करोड़ है. इस आईपीओ में फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाने के अलावा ओएफएस भी होगा. 4 जुलाई को शेयर अलॉट होंगे, जबकि 7 जुलाई को स्टॉक मार्केट में इसकी लिस्टिंग होगी.
प्राइस बैंड
आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी ने अपने 567 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 638 से 672 रुपये प्रति शेयर तय किया है. कंपनी ने बयान में कहा कि आईपीओ के तहत 240 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और कंपनी 48,69,712 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी लाएगी. अपर प्राइस बैंड पर इश्यू का साइज 567 करोड़ रुपये है.
आईपीओ के पहले ग्रे मार्केट में क्रेज
आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी का आईपीओ अभी खुला नहीं है, लेकिन ग्रे मार्केट में इसके अनलिस्टेड शेयरों को लेकर जमकर क्रेज है. ग्रे मार्केट में कंपनी का शेयर 550 रुपये के प्रीमियम पर है. अपर प्राइस बैंड 672 रुपये के लिहाज प्रीमियम 82 फीसदी है. यानी अगर इसी प्रीमियम पर शेयर लिस्ट हो तो निवेशकों को 82 फीसदी रिटर्न मिल सकता है.
कम से कम कितना निवेश जरूरी
आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी के आईपीओ में एक लॉट 22 शेयरों का होगा. यानी कम से कम एक लॉट के लिए 14,784 रुपये निवेश करना होगा. जबकि अधिकतम 13 लॉट यानी 286 शेयरों के लिए 192,192 रुपये निवेश कर सकते हैं.
किसके लिए कितना रिजर्व
आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी के आईपीओ के तहत क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए यानी QIB के लिए 75 फीसदी हिस्स रिजर्व होगा. 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए, जबकि 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व होगा. शेयरों का एक हिस्सा एलिजिबल कर्मचारियों के लिए भी रिजर्व रहेगा.
कहां होगा फंड का इस्तेमाल
कंपनी ने कहा कि नए शेयरों की बिक्री से प्राप्त राशि में से 50 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा. 135 करोड़ रुपये की राशि वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी. वहीं 40 करोड़ रुपये प्रोडक्ट डेवलपमेंट और शेष रकम सामान्य कंपनी कामकाज में खर्च किए जाएंगे.