/financial-express-hindi/media/post_banners/2Q88dG5X4DPN4ttSnmVk.jpg)
RBI ने इस साल (2021) जुलाई में आईडीएफसी लिमिटेड को आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के प्रमोटर के रूप में बाहर निकलने की मंजूरी दी थी.
निजी सेक्टर की बैंक आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में आईडीएफसी (इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी) लिमिटेड और आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (प्रमोटर ग्रुप) का विलय होगा. IDFC First Bank के बोर्ड ने इस विलय के लिए मंजूरी दी है. बैंक ने गुरुवार को बोर्ड के इस फैसले की जानकारी दी. रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक 30 दिसंबर को बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक हुई थी जिसमें आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में IDFC और IDFC Financial Holding के विलय के प्रस्ताव पर विचार किया गया और बोर्ड इस प्रस्ताव से सहमत है. हालांकि अभी तक विलय को लेकर टाइमलाइन पर जानकारी सामने नहीं आई है.
बोर्ड ने विलय के लिए गठित की कमेटी
रेगुलेटरी फाइलिंग में बैंक ने कहा है कि सैद्धांतिक तौर पर वह विलय के पक्ष में हैं और इसे बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, शेयरधारकों, क्रेडिटर्स और स्टुटरी व रेगुलेटरी एप्रूवल लेना है. इसमें से बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मंजूरी मिल चुकी है. निजी सेक्टर के बैंक ने जानकारी दी है कि बोर्ड ने इस विलय के लिए एक कमेटी को अधिकृत कर गठन किया है. प्रस्तावित विलय के लिए शर्तें तय करने के लिए कैपिटल रेज व कॉरपोरेट रिस्ट्रक्चिरिंग कमेटी गठित किया गया है. इसमें योजना को पूरा करना, वैल्यूएशन, सलाहकार को काम पर रखना इत्यादि शामिल है.
कच्चे तेल की गिरावट ने बढ़ाया तेल कंपनियों का मुनाफा; न आम लोगों को मिली राहत, न पेट्रोल पंपों को
RBI ने जुलाई में IDFC को दी थी बाहर निकलने की मंजूरी
केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इस साल (2021) जुलाई में आईडीएफसी लिमिटेड को आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के प्रमोटर के रूप में बाहर निकलने की मंजूरी दी थी. आरबीआई ने यह मंजूरी इसलिए दी थी कि प्रमोटर के रूप में आईडीएफसी का पांच साल का लॉक-इन पीरियड समाप्त हो चुका है और इसने दो कंपनियों के बीच रिवर्स मर्जर का रास्ता तैयार किया. आईडीएफसी देश की दिग्गज फाइनेंस कंपनी है. आईडीएफसी की आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग में 100 फीसदी और आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग की आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में 36.52 फीसदी (सितंबर 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक) हिस्सेदारी है.