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The investment by SBI follows Rs 1,500 crore investments in the company by two global private equity investors -- Apollo Global Management through its investment entity in Singapore and Synergy Metals Investments Holding -- earlier this year.
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट/बेस रेट में 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी की है. एसबीआई के इस कदम का असर अन्य बैंकों पर भी पड़ सकता है और वे भी बेस रेट में बढ़ोतरी कर सकते हैं. इससे आने वाले समय में खुदरा कर्ज महंगा हो जाएगा. एसबीआई ने बेस रेट को 7.45 फीसदी से बढ़ाकर 7.55 फीसदी कर दिया है. नई दर 15 दिसंबर 2021 से प्रभावी हो चुकी हैं. इससे पहले सितंबर में बैंक ने अपने बेस रेट को 0.05 फीसदी कम करके 7.45 फीसदी कर दिया था. बता दें कि इस रेट के हिसाब से ही बैंक खुदरा कर्ज की दरें तय करते हैं.
EBLR में कोई बदलाव नहीं
एसबीआई ने जनवरी 2019 से रेपो रेट को एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) से जोड़ दिया है. एसबीआई ने ईबीएलआर रेट में कोई बदलाव नहीं किया है और यह केंद्रीय बैंक RBI के बेंचमार्क इंटेरेस्ट में बदलाव के साथ ऊपर-नीचे होता है. कुछ दिनों पहले अपनी दिसंबर की मॉनीटरी पॉलिसी में आरबीआई ने रेपो रेट को 4 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला किया है. यह लगातार नवीं बार था, जब केंद्रीय बैंक ने ग्रोथ रेट को सहारा देने के लिए बेंचमार्क लेंडिंग रेट को स्थिर बनाए रखा था.
2 करोड़ रुपये से अधिक की FD पर बढ़ाया ब्याज
एसबीआई ने अधिक राशि की एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) पर ब्याज दर में भी बढ़ोतरी की है. बैंक ने 2 करोड़ रुपये से अधिक की एफडी पर ब्याज दरों में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी की है. अब 2 करोड़ रुपये से अधिक की एफडी पर 3 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. वरिष्ठ नागरिकों को 0.5 फीसदी अधिक यानी कि 3.5 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. एफडी की यह नई ब्याज दर 15 दिसंबर 2021 से लागू हो गई हैं.