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झुनझुनवाला के पास इंडियन होटल्स के 1,42,79,200 शेयर हैं यानी कि उनकी 1.08 फीसदी हिस्सेदारी है. उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास कंपनी के 1,42,87,765 शेयर हैं. (Image- Reuters)
Jhunjhunwala Portfolio: भारत के वॉरेन बफेट (Warren Buffett) कहे जाने वाले दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में शामिल एक हॉस्पिटैलिटी स्टॉक को ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने इस साल 2022 के टॉप पिक में जगह दी है. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि कंपनी लगातार अपने ब्रांड्स को मजबूत कर रही है और मैनजमेंट कांट्रैक्ट के जरिए अपने ऑपरेशन बढ़ा रही है जिससे इंडियन होटल्स कंपनी के भाव में तेजी आ सकती है.
झुनझुनवाला के पास इंडियन होटल्स के 1,42,79,200 शेयर हैं यानी कि उनकी 1.08 फीसदी हिस्सेदारी है. उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास कंपनी के 1,42,87,765 शेयर हैं. दिसंबर 2021 तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक दोनों की इंडियन होटल्स में 2.16 फीसदी हिस्सेदारी है. यह कंपनी लगातार नए और फिर से पुराने ब्रांड को नए तरीके से पेश कर रही है. इसके अलावा यह हॉस्पिटैलिटी इकोसिस्टम बना रही है जिसकी वजह से मार्केट एक्सपर्ट्स इस स्टॉक को लेकर पॉजिटिव हैं.
ब्रोकरेज फर्म ने 258 रुपये के टारगेट प्राइस पर दी बाई रेटिंग
- मोतीलाल ओसवाल के एनालिस्ट्स के मुताबिक इंडियन होटल एसेट-हैवी मॉडल से एसेट-लाइट ऑपरेटिंग स्ट्रेटजी की तरफ शिफ्ट हो रही है जिससे कंपनी के कारोबारी विस्तार में तेजी की उम्मीद है.
- कोरोना महामारी के दौरान वर्ष 2020 में इंडियन होटल्स ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज की. पोस्ट-कोविड एरा में बिना ब्रांड और दबाव से जूझ रहे होटल मालिक इंडियन होटल्स जैसे ब्रांड नाम से जुड़ने लगे ताकि इनके स्थापित डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का फायदा उठाया जा सके.
- ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक वित्त वर्ष 2020 में कंपनी को 220 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था जो जल्द ही 350 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिना अधिक पूंजी लगाए या कम से कम पूंजी में ही मैनेजमेंट कांट्रैक्ट इनकम से जेनेरेट होने वाली ईबीआईटीडीए 70-80 फीसदी है जिसके चलते पूंजी निवेश पर रिटर्न आकर्षक है. मोतीलाल ओसवाल का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2021 में कंसालिडिटेड ईबीआईटीडीए में कांट्रैक्ट इनकम ईबीआईटीडीए की हिस्सेदारी 20 फीसदी रहेगी.
- कोरोना की तीसरी लहर के चलते हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को तगड़ा झटका लगा है लेकिन वैक्सीनेशन में तेजी और कम लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आने के चलते जल्द ही इस सेक्टर की स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है और उम्मीद कर रहे हैं कि अगले दो वित्त वर्ष में मजबूत रिकवरी हो सकती है. ब्रोकरेज फर्म मौजूदा स्थिति को खरीदारी के बेहतर अवसर के रूप में देख रहे हैं.
- इसमें निवेश को लेकर सबसे बड़ा रिस्क ये है कि महामारी के चलते मांग पटरी पर लौटने में देरी हो या मैनेजमेंट कांट्रैक्ट के तहत कमरों के अधिग्रहण को लेकर बढ़ती प्रतिस्पर्धा या कारोबारी विस्तार सफल न हो पाए.
- ब्रोकरेज फर्म ने निवेशकों को इसमें 258 रुपये के टारगेट प्राइस पर निवेश की सलाह दी है.
पांच साल में 105 फीसदी मजबूत हुए भाव
एनएसई पर इंडियन होटल्स के भाव आज (21 जनवरी) दो फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 203.75 रुपये के भाव तक फिसल गया लेकिन पिछले एक साल में यह करीब 75 फीसदी मजबूत हुआ है. आज एनएसई पर यह 206.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ है. पिछले पांच दिनों में इसके भाव बाजार की गिरावट के बीच करीब 0.83 फीसदी फिसल गए हैं लेकिन एक महीने में यह 15 फीसदी और पिछले पांच साल में 105 फीसदी मजबूत हुआ है. इसका 52 हफ्ते का रिकॉर्ड भाव 230.14 रुपये है जिस पर यह 14 अक्टूबर 2021 को पहुंचा था.
(आर्टिकल: हर्षिता त्यागी)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
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