/financial-express-hindi/media/post_banners/TV4IIjkiDh1ryW5YwTOL.webp)
खाद्य मंत्रालय के मुताबिक सितंबर 2022 को खत्म हुआ सीजन पूरे शुगर सेक्टर के लिए ऐतिहासिक रहा है.
भारत इस साल शुगर सीजन में दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक बन कर उभरा है. खाद्य मंत्रालय के मुताबिक सितंबर 2022 को खत्म हुआ सीजन पूरे शुगर सेक्टर के लिए ऐतिहासिक रहा है. सीजन के दौरान गन्ने की पैदावार, चीनी का उत्पादन, चीनी का निर्यात, गन्ने की खरीद, गन्ने के बकाया भुगतान और एथेनॉल उत्पादन में रिकॉर्ड स्तर पर इजाफा दर्ज किया गया. मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस व्यापारिक वर्ष में निर्यात में हुए इजाफे की वजह से देश में लगभग 40,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा आई है. मंत्रालय के मुताबिक किसानों का गन्ना बकाया इस सीजन के अतं तक सिर्फ 6,000 करोड़ रुपये था. चीनी मिलें द्वारा 1.18 लाख करोड़ रुपये की कुल देय राशि में से किसानों को पहले ही 1.12 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है.
IIT कानपुर ने फिर बढ़ाई लास्ट डेट, अब 7 अक्टूबर तक कर सकेंगे आवेदन, ऐसे करें अप्लाई
मंत्रालय के मुताबिक इस सीजन में देश में 5000 लाख मीट्रिक टन गन्ने का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है. इसमें से 3574 लाख मीट्रिक टन गन्ने के पेराई की गई, इसमें से 395 लाख मीट्रिक टन चीनी (सुक्रोज) का उत्पादन हुआ है. इसमें से 35 लाख मीट्रिक टन चीनी का इस्तेमाल एथेनॉल के किया गया है. 2018-19 में 3 एलएमटी से बढ़कर 2021-22 शुगर सीजन तक ये आंकड़ा 35 एलएमटी तक पहुंच गया है. आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल सीजन के अंत में 60 एलएमटी शुगर स्टॉक बचा हुआ है जो कि 2.5 महीने की जरूरत पूरी कर सकता है. 359 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन किया गया. मंत्रालय के मुताबिक सीजन के दौरान 109.8 लाख मीट्रिक टन चीनी का निर्यात किया गया जो एक रिकॉर्ड स्तर है. खाद्य मंत्रालय के मुताबिक, ''भारत दुनिया में चीनी के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में उभरा है. देश चीनी का उपभोक्ता होने के साथ-साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक भी है.''