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Infosys : देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी इन्फोसिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने 18,000 करोड़ रुपये के सबसे बड़े शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम को मंजूरी दे दी.(Reuters)
Infosys shares in focus after IT giant announces its largest buyback of Rs 18,000 crore: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी इन्फोसिस के डायरेक्टर बोर्ड ने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक ऐलान किया है. इन्फोसिस ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि डायरेक्टर बोर्ड की बैठक में उसके सबसे बड़े शेयर बायबैक को मंजूरी दी गई. कंपनी ने कहा कि बायबैक योजना के तहत वह प्रति शेयर 1,800 रुपये के भाव पर अपने शेयर खरीदेगी. यह भाव पिछले दिन बीएसई पर इन्फोसिस के शेयर के बंद भाव 1,509.50 रुपये की तुलना में करीब 19 फीसदी अधिक है.
इन्फोसिस अपने शेयरहोल्डर से 10 करोड़ पूरी तरह पेडअप इक्विटी शेयर्स (fully paid-up equity shares)को वापस खरीदेगी जो इसकी कुल पेडअप शेयर कैपिटल का 2.41 फीसदी है. कंपनी इस कार्यक्रम पर आगे बढ़ने के लिए शेयरहोल्डर्स की मंजूरी लेगी.
क्या है शेयर बायबैक?
शेयर बायबैक की प्रक्रिया में कंपनी खुले बाजार से अपने शेयर वापस खरीदती है. ऐसा करने से बाजार में शेयरों की संख्या घट जाती है जिससे बचे हुए शेयरों का मूल्य बढ़ सकता है और कंपनी की प्रति शेयर आय में सुधार होता है. इन्फोसिस के इस कदम से शेयरधारकों को मूल्य लौटाने और निवेशकों के भरोसे को मजबूत करने में मदद मिलने की संभावना है.
इस बायबैक कार्यक्रम का आकार कंपनी के पिछले सभी प्रयासों से बड़ा है. इन्फोसिस ने इसके पहले वर्ष 2017, 2019, 2021 और 2022 में भी शेयरों की बायबैक की थी. वर्ष 2022 में कंपनी ने लगभग 9,300 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदे थे जबकि 2021 में बायबैक का आकार करीब 9,200 करोड़ रुपये था. इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण इस समय करीब छह लाख करोड़ रुपये है.
क्या है रिकॉर्ड डेट
इन्फोसिस ने साफ किया है कि शेयर बायबैक स्कीम सभी शेयरधारकों के लिए होगी, लेकिन इसमें वही निवेशक शामिल हो पाएंगे जिनका नाम कंपनी के रिकॉर्ड में रिकॉर्ड डेट तक मौजूद होगा. कंपनी की ओर से रिकॉर्ड डेट को लेकर अभी तक जानकारी सामने नहीं आई है. इस डेट तक शेयर होल्ड करने वाले निवेशक बायबैक ऑफर का लाभ उठा सकेंगे. कंपनी यह बायबैक अनुपातिक आधार (proportionate basis) पर टेंडर ऑफर रूट से करेगी.