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आईआरसीटीसी देश की दसवीं पीएसयू बन गई जिसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये के लेवल को पार किया है.
Stock Tips: शेयरों में मजबूती के चलते आईआरसीटीसी ( IRCTC) का मार्केट कैप आज 1 लाख करोड़ रुपये (एक ट्रिलियन रुपये) के स्तर को पार कर गया है. ऐसा करने वाली यह देश की 10वीं पब्लिक सेक्टर कंपनी (PSU) बन गई है. आज इसके शेयरों में करीब 8 फीसदी की उछाल आई है. वहीं इस साल 2021 में इसने निवेशकों को 337 फीसदी का रिटर्न दिया है. आईआरसीटीसी से पहले एसबीआई, ओएनजीसी, एनटीपीसी, पॉवरग्रिड, इंडियन ऑयल, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, कोल इंडिया, एसबीआई कार्ड्स और भारत पेट्रोलियम 1 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप का लेवल पार कर चुके हैं. देश में सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनी रिलायंस है. रिलायंस का मार्केट कैप करीब 17.40 लाख करोड़ रुपये है.
चार में दो कारोबार में IRCTC की है मोनोपॉली
- सैंक्टम वेल्थ के रिसर्च डायरेक्टर आशीष चतुरमोहता के मुताबिक अन्य पीएसयू कंपनियों के मुकाबले आईआरसीटीसी की कारोबारी स्थिति अलग है. इसका कारोबार चार सेग्मेंट्स में है जिसमें से दो सेग्मेंट्स में इसकी पूरी मोनोपॉली है. आईआरसीटीसी की इंटरनेट टिकट और रेल नीर में पूरी तरह से मोनोपॉली है. चतुरमोहता आईआरसीटीसी में लांग टर्म निवेश को लेकर बुलिश हैं लेकिन उनका मानना है कि निवेशक शेयरों में तेजी का फायदा उठाते हुए आंशिक प्रॉफिट बुकिंग भी कर सकते हैं.
- रिलायंस सिक्योरिटीज के टेक्निकल एनालिस्ट जतिन गोहिल के मुताबिक प्रमुख तकनीकी इंडिकेटर्स से इस स्टॉक के लांग टर्म और मिड टर्म में तेजी के संकेत दिख रहे हैं. यह स्टॉक 7180 रुपये की ऊंचाई तक पहुंच सकता है.. हालांकि गोहिल का मानना है कि आईआरसीटीसी में तेजी के रूझान के बावजूद शॉर्ट टर्म इंडिकेटर्स ने ओवरबॉट जोन को छू दिया है जिसके कारण इसमें प्रॉफिट बिकवाली की संभावना दिख रही है जिससे इसकी कीमतें गिर सकती हैं. ऐसे में गोहिल ने इसकी कीमतों में गिरावट आने पर इसमें फ्रेश लांग पोजिशन लेने की सलाह दी है. इस स्टॉक को करेक्शन के दौरान 20 दिनों के ईएमए यानी 4611 रुपये के भाव पर सपोर्ट मिलेगा.
महज दो साल में आईपीओ निवेशकों को 1800% से अधिक मुनाफा
आईआरसीटीसी के शेयरों की लिस्टिंग दो साल पहले 14 अक्टूबर 2019 को हुई थी. इसके शेयर 320 रुपये के आईपीओ प्राइस के मुकाबले बीएसई पर 101.25 फीसदी प्रीमियम यानी 644 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए थे. महज दो साल में ही इसके भाव आज 6300 रुपये के करीब पहुंच गए यानी कि निवेशकों की पूंजी आईपीओ प्राइस के मुकाबले 1800 फीसदी से अधिक बढ़ गई. एक महीने में यह स्टॉक करीब 70 फीसदी मजबूत हुआ है.