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सरकार के नए रेवेन्यू शेयरिंग फॉर्मूले से आईआरसीटीसी का मुनाफा या तो कम होगा या उसे नुकसान झेलना पड़ सकता है. (Image- Reuters)
IRCTC Share Price: आईआरसीटीसी के शेयर आज शुरुआती कारोबार में 20 फीसदी से अधिक टूट गए और इसने लोअर सर्किट छू लिया. आईआरसीटीसी के शेयरों में यह गिरावट सरकार के निर्देश पर प्रतिक्रिया है जिसके तहत सरकार ने कंपनी को रेवेन्यू साझा करने का निर्देश दिया है. निवेशकों के बीच इसे लेकर आशंका बनी कि इस निर्देश से कंपनी की कमाई 36 फीसदी कम हो सकती है. हालांकि आज सरकार ने इस फैसले को वापस ले लिया. दीपम सचिव तूहिन कांता ने ट्वीट कर जानकारी दी कि रेल मंत्रालय ने अब आईआरसीटीसी से सुविधा शुल्क से मिले रेवेन्यू का आधा हिस्सा लेने के फैसले पर रोक लगा दिया है. इसके चलते आईआरसीटीसी के शेयरों ने फिर रिकवरी की.
इंडियन रेलवेज कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी थी कि सरकार ने उसे रेल मंत्रालय से सुविधा शुल्क से प्राप्त रेवेन्यू का 50 फीसदी साझा करने को कहा है. यह फैसला 1 नवंबर 2021 से प्रभावी होगा. इसके चलते आज शुक्रवार को इसके भाव धड़ाम से गिर पड़े. रेवेन्यू साझा करने का यह आदेश उसी दिन आया जब लिक्विडिटी बढ़ाने और छोटे निवेशकों के लिए उपलब्धता बढ़ाने के लिए आईआरसीटीसी के शेयर 1:5 के अनुपात में स्प्लिट हुए.
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पीएसयू स्टॉक्स में निवेश हो सकता है प्रभावित
- आईआरसीटीसी के रेवेन्यू और आय का मुख्य स्रोत सुविधा शुल्क है. ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपने नोट में लिखा है कि 1 नवंबर से सरकार के आदेश के मुताबिक आईआरसीटीसी रेल मंत्रालय को सुविधा शुल्क का 50 फीसदी देगी जिससे उसके रेवेन्यू में 14 फीसदी और ईबीआईटी में 36 फीसदी की गिरावट आ सकती है.
- जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इंवेस्टमेंट स्ट्रेटजिस्ट वीके विजयकुमार के मुताबिक सरकार का निर्देश आईआरसीटीसी के लिए नकारात्मक माना जा रहा है. विजयकुमार के मुताबिक सुविधा शुल्क के जरिए मिले आधे रेवेन्यू को सरकार से साझा करने के निर्देश के बाद अब निवेशकों को पीएसयू स्टॉक्स में निवेश को लेकर सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि इनका लक्ष्य कभी शेयरधारकों की पूंजी बढ़ाना नहीं रहा. विजयकुमार ने निवेशकों को पीएसयू स्टॉक्स में निवेश को लेकर सावधान किया है, चाहे वह सस्ते में ही क्यों न मिल रहा हो.
- स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट के रिसर्च प्रमुख संतोष मीना ने कहा कि सरकार का निर्देश आईआरसीटीसी के निवेशकों के लिए निगेटिव सरप्राइज रहा. मीना के मुताबिक सरकार के इस फैसले से न सिर्फ इसी कंपनी के बल्कि अन्य पीएसयू स्टॉक्स की तेजी पर भी असर पड़ सकता है. उनका मानना है कि पीएसयू स्टॉक्स को लेकर निवेशकों का सेंटिंमेट मजबूत हो रहा था लेकिन आईआरसीटीसी के लिए ताजा निर्देश से इस पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
- चेन्नई के एक वेल्थ प्लानर डी मुथूकृष्णन ने ट्वीट किया कि सरकार के नए रेवेन्यू शेयरिंग फॉर्मूले से आईआरसीटीसी का मुनाफा या तो कम होगा या उसे नुकसान झेलना पड़ सकता है. मुथूकृष्णन के मुताबिक इस निर्देश से अब निवेशकों के मन में सरकार के विनिवेश की कोशिशों पर भी भरोसा कम होगा.
(आर्टिकल: क्षितिज भार्गव)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)