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Flipkart IPO: वॉलमार्ट जल्द अपने नियंत्रण वाली भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट का अमेरिकी बाजार में आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है.
Flipkart IPO: वॉलमार्ट (Wallmart Inc) जल्द अपने नियंत्रण वाली भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) का अमेरिकी शेयर बाजार में आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वालमार्ट ने इसके लिए गोल्डमैन सॉक्श को कंसल्टेंट नियुक्त किया है. वहीं, कंपनी का फ्लिपकार्ट के आईपीओ के जरिए बाजार से 10 अरब डॉलर यानी करीब 75 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है. बता दें कि वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण किया था और उसी साल के अंत में कहा था कि वह 4 सालों में फ्लिपकार्ट को सार्वजनिक बना सकती है. यानी वॉलमार्ट की यह तैयारी लंबे समय से है, लेकिन किसी वजह से इसमें देरी हुई है.
IPO Flipkart की रणनीति का हिस्सा
फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार, वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी ने एक बयान में कहा कि आईपीओ हमेशा फ्लिपकार्ट की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा रहा है. हालांकि वर्तमान में हमारा फोकस टेक्नोलॉजी के जरिए भारत में विकास और डेमोक्रेटाइजिंग कॉमर्स पर है. बयान में यह भी कहा गया कि फ्लिपकार्ट के लिए निवेश के लिए सबसे बड़े क्षेत्र टेक्नोलॉजी, आपरेशंस और नई क्षमताओं में बने रहेंगे.
Walmart बेच सकती है फ्लिपकार्ट में 25% हिस्सेदारी
इसके पहले सितंबर में भी ये खबर आई थी कि वॉलमार्ट के नियंत्रण वाली भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट 2021 में अपना ओवरसीज आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. तब ऐसी रिपोर्ट थी कि कंपनी की योजना आईपीओ से 45-50 अरब डॉलर हासिल करने की है. अगर ऐसा होता तो वॉलमार्ट को फ्लिपकार्ट में अपने निवेश से दोगुनी रकम हासिल हो जाती.
मौजूदा रिपोर्ट के अनुसार वॉलमार्ट आईपीओ के जरिए फ्लिपकार्ट में अपनी 25 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है. माना जा रहा है कि आईपीओ को लेकर काम तेजी से जारी है. हालांकि कोरोना महामारी के कारण इस प्रक्रिया में देरी हुई है. लेकिन कोरोना संकट के बीच ई-कॉमर्स की मांग में काफी तेजी आई है.
वॉलमार्ट ने किया था अधिग्रहण
वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट का 2018 में अधिग्रहण किया था. यह सौदा लगभग 1600 करोड़ डॉलर का था. इस सौदे से फ्लिपकार्ट के फाउंडर सचिन बंसल और बिन्नी बंसल अरबपति बन गए थे. 2018 के आखिर में वॉलमार्ट ने कहा था कि वह 4 सालों में फ्लिपकार्ट को सार्वजनिक बना सकती है. इस साल जुलाई में फ्लिपकार्ट ने वॉलमार्ट से एक फ्रेश फंडिंग में 1.2 अरब डॉलर जुटाए हैं.
किसके पास कितनी हिस्सेदारी
फिलहाल फ्लिपकार्ट में 82.3 फीसदी हिस्सेदारी वालमार्ट के पास है. 5.21 फीसदी चाइनीज टेंशेंट के पास है. फाउंडर बिनी बंसल के पास 1.45 फीसदी हिस्सेदारी है. अगर यह आईपीओ प्लान सफल होता है तो यह किसी भारतीय कंपनी की विदेशी बाजार में सबसे बड़ी लिस्टिंग होगी. फ्लिपकार्ट की मार्केट वैल्यू भी 4000 करोड़ डॉलर होगी. वालमार्ट ने 1600 करोड़ डॉलर में 2018 में फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण किया था.
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