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IT Stocks: आज के कारोबार में सभी प्रमुख आईटी शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है.
IT Sector Stocks Tank: टेक स्टॉक में निवेश करने वालों को बड़ा झटका लगा है. आज आईटी शेयरों ने बाजार का मूड बिगाड़ दिया है. कारोबार में सभी प्रमुख आईटी शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है. TCS, HCL, Infosys, Wipro समेत सभी दिग्गज शेयरों में आज बिकवाली आ गई है. सबसे ज्यादा 7 फीसदी गिरावट HCL में है. असल में कंपनी मैनेजमेंट ने यह संकेत दिया है कि पूरे साल के लिए अनुमानित रेवेन्यू गाइडेंस के लोअर एंड पर रह सकता है. वहीं ब्रोकरेज हाउस भी अभी कुछ महीने आईटी सेक्टर की इनकम पर दबाव रहने की बात कह रहे हैं. इसके चलते आज सेक्टर को लेकर सेंटीमेंट बिगड़ गए हैं.
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किस शेयर में कितनी गिरावट
आज के कारोबार में दोपहर 12:30 बजे तक HCL Technologies में 7 फीसदी, MPHASIS में 3.5 फीसदी, Infosys में 3 फीसदी, TECHM में 3 फीसदी, LTIM में 2.5 फीसदी, PERSISTENT में 2.5 फीसदी, COFORGE में 2 फीसदी, Wipro में 1.5 फीसदी,फीसदी, LTTS में 1.5 फीसदी और TCS में 1.5 फीसदी कमजोरी है.
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रेवेन्यू पर दबाव की आशंका
HCL Technologies के मैनेजमेंट ने एनालिस्टकाल में कहा है कि पूरे वित्त वर्ष के लिए रेवेन्यू कंपनी द्वारा दिए गए गाठउेंस के लोअर एंड तक सीमित रह सकता है. कंपनी मैनेजमेंट ने FY23 के लिए रेवेन्यू गाइडेंस 13.5-14.5% रखा है. वहीं मैनेजमेंट ने यह भी संकेत दिया कि कीमतों में बढ़ोतरी 6-9 महीने पहले की तुलना में अब ज्यादा सेलेक्टिव हैं. बजट के कम खर्च की संभावना है जो दिसंबर 2022 तिमाही के रेवेन्यू को प्रभावित कर सकता है.
ब्रोकरेज हाउस क्रेडिट सूईस ने भी चेतावनी देते हुए हा है कि इंडियन आईटी सेक्टर के वैल्युएशन में करेक्शन देखने को मिल सकता है. अभी ज्यादातर आईटी कंपनियों का वैल्युएशन सस्टेनेबल नहीं है. इसके पीछे वजह है कि यूएस मार्केट में इकोनॉमिक आउटलुक बेहतर नहीं है.
मैक्रो अनिश्चितताओं से रेवेन्यू पर असर
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल का मानना है कि वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में वर्किंग डेज यानी काम के दिनों की संख्या कम होने, ज्यादा छुट्टियों और मैक्रो अनिश्चितताओं के चलते निर्णय लेने में देरी से रेवेन्यू प्रभावित होगा. कंपनियों का मानना है कि व्यापक अनिश्चितताओं के बीच ग्राहकों द्वारा निर्णय लेने में देरी हुई है, जिससे लार्ज डील और स्पेंडिंग पर असर हुआ है. अनिश्चितताओं के कारण इस साल टेक्नोलॉजी बजट साइकिल लंबा हो सकता है. यह Q4 रेवेन्यू ग्रोथ ट्रैजेक्टरी पर भार डाल सकता है.
प्राइसिंग एन्वायरमेंट स्टेबल
ब्रोकरेज के अनुसार प्राइसिंग एन्वायरमेंट स्टेबल है. कंपनियां न्यू डील प्राइसिंग में वर्तमान लागत अनुमानों को पास ऑन करने में सक्षम हैं. मौजूदा डील के लिए कंपनियां नियमित रूप से COLA क्लॉज को लागू कर रही हैं और हाई ऑनसाइट इनफ्लेशन को देखते हुए कस्टमर्स इसके लिए अधिक जिम्मेदार हैं. मैनेजमेंट का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी ग्रेजुअल प्रॉसेस है, जबकि कर्मचारी-कास्ट इनफ्लेशन अपफ्रंट है. जिसने पिछली कुछ तिमाहियों में मार्जिन को प्रभावित किया है.