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Accenture का रेवेन्यू Q1 में सालाना आधार पर 5 फीसदी बढ़कर 1570 करोड़ डॉलर रहा है.
IT Sector Investors Alert: इंडियन आईटी सेक्टर में गिरावट जारी है. आज ट्रेडिंग में निफ्टी पर आईटी इंडेक्स आधा फीसदी से ज्यादा टूटा है. Wipro, Tech Mahindra, Infosys, HCL Tech, TCS समेत इंडेक्स के सभी शेयर लाल निशान में हैं. इस साल की बात करें तो निफ्टी आईटी इंडेक्स में 25 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है और यह इस साल सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले सेक्टर में शामिल रहा है. फिलहाल आज आईटी सेक्टर में बिगड़े सेंटीमेंट की वजह आईटी कंपनी Accenture के मैनेजमेंट की कमजोर कमेंट्री है. HCL Tech के बाद अब Accenture ने भी यह संकेत दिए हैं कि कमजोर मैक्रो कंडीशंस के चलते ओवरआल डिमांड पर असर हो रहा है, जिससे आगे रेवेन्यू पर दबाव देखने को मिल सकता है.
Accenture की यह वार्निंग इस महीने की शुरुआत में HCL Tech की कमेंट्री के बाद आई है. पिछले महीने, कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस कॉर्प ने भी हायर इनपुट कास्ट और कांट्रैक्ट में पुलबैक का हवाला देते हुए इस साल के लिए अपने रेवेन्यू और प्रॉफिट गाइडेंस को घटा दिया था.
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Accenture: कैसा है FY23 गाइडेंस
Accenture ने FY23 में LC में 8-11% के अपने रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को बरकरार रखा है. ऑपरेटिंग मार्जिन 10-30bps बढ़कर 15.3-15.5% होने की उम्मीद है. ACN ने निगेटिव 5 फीसदी फॉरेन एक्सचेंज इंपैक्ट (LC में 6-10% YoY) मानते हुए Q2FY23 में रेवेन्यू 1520-1575 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान जताया है. कंपनी को उम्मीद है कि OCF और FCF 850-900 करोड़ डॉलर और 770-820 करोड़ डॉलर रहेंगे.
भारतीय आईटी सेक्टर के लिए क्या संकेत
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल का कहना है कि Accenture का Q1 में ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस गाइडेंस से बेहतर है, हालांकि पिछले साल Q1 की तुलना में आउटपरफॉर्मेंस की डिग्री बहुत कम रही. कंपनी ने दूसरी तिमाही में रेवेन्यू ग्रोथ और मार्जिन गाइडेंस को बनाए रखा. कंपनी को दूसरी छमाही में ग्रोथ की उम्मीद है. मैनेजमेंट ने संकेत दिया कि वेज इनफ्लेशन अधिक बना हुआ है. लेकिन प्राइसिंग में बढ़ोतरी और एट्रीसन में कमी मार्जिन के लिए पॉजिटिव हो सकते हैं. मैक्रो अनिश्चितताओं के बीच, ग्राहक सतर्क हो रहे हैं. जिसके चलते खर्च में कमी, निर्णय लेने में देरी और डील में ठहराव आ रहा है. यह निकट अवधि के ग्रोथ को बाधित करेगा. मैक्रो वीकनेस के चलते डिमांड में कमी आई है, लेकिन यह फ्लेक्सिबल बना हुआ है.
टॉप पिक्स
टियर-1: Wipro, Tech Mahindra,Infosys, HCL Tech, TCS
टियर-2: Zomato, Mphasis, Birla Soft, Firstsource Solutions, Persistent Systems
(सलाह: Emkay Global Financial Services)
कैसे रहे Accenture के नतीजे
Accenture (ACN) का रेवेन्यू Q1 में 5 फीसदी YoY बढ़कर 1570 करोड़ डज्ञॅलर रहा है. रेवेन्यू गाइडेंस से बेहतर रहा है. मैनेजमेंट ने संकेत दिया कि पहली तिमाही में 13 इंडस्ट्री में से 10 डबल डिजिट और 3 हाई सिंगल डिजिट में बढ़े. कंपनी की बाजार हिस्सेदारी लगातार बेहतर हो रही है, यह गाइडेंस के अनुसार है. Q1 में ACN के लिए क्लाउड, इंडस्ट्री X और सेफ्टी में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली. कंसल्टिंग रेवेन्यू सालाना आधार पर 1 फीसदी बढ़कर 840 करोड़ डॉलर रहा. Q1 में नई बुकिंग में सालाना आधार पर 3 फीसदी ग्रोथ रही. ऑपरेटिंग मार्जिन 20bps YoY बढ़कर 16.5 फीसदी हो गया. कंपनी ने Q1 में 16,340 कर्मचारियों को जोड़ा, कर्मचारियों की संख्या 737,719 हो गई.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)