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ITI म्यूचुअल फंड ने अपना न्यू फंड ऑफर लॉन्च किया है, जिसे 12 जून तक सब्सक्राइब किया जा सकता है.
New Fund Offer: आईटीआई म्यूचुअल फंड ने एक एनएफओ (NFO) आईटीआई फोकस्ड इक्विटी फंड (ITI Focused Equity Fund) के लॉन्च की घोषणा की है. यह NFO आज यानी 29 मई 2023 को खुलेगा और 12 जून 2023 तक इसमें निवेश (सब्सक्रिप्शन) किया जा सकता है. आईटीआई फोकस्ड इक्विटी फंड अलग अलग मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली 30 कंपनियों में निवेश करने वाला एक अत्यधिक केंद्रित पोर्टफोलियो(कॉन्सन्ट्रेटेड पोर्टफोलियो) है. इस न्यू फंड ऑफर में कम से कम 5000 रुपये से और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश कर सकते हैं. फंड का प्रबंधन धीमंत शाह और रोहन कोर्डे द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा. आईटीआई फोकस्ड इक्विटी फंड को निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स के खिलाफ बेंचमार्क किया जाएगा.
फंड की प्रमुख विशेषताएं
- यह फंड अलग अलग मार्केट कैपिटलाइजेशन वाले अधिकतम 30 शेयरों के साथ केंद्रित पोर्टफोलियो.
- उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जो लंबी अवधि में निवेश के जरिए अपनी पूंजी को बढ़ाना चाहते हैं.
- यह आईटीआई म्युचुअल फंड की ओर से पेश किया जाने वाला एक ऐसा प्रोडक्ट है, जो अलग अलग मार्केट कैप और अलग अलग सेक्टर में निवेश कर ग्रोथ के मौके तलाशेगा.
- इस न्यू फंड ऑफर में कम से कम 5000 रुपये से और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश कर सकते हैं.
कई सेक्टर के ग्रोथ ड्राइवर्स और ग्रोथ लीडर्स का फायदा
NFO के लॉन्च की घोषणा करते हुए आईटीआई म्युचुअल फंड के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर राजेश भाटिया ने कहा कि एक फंड हाउस के रूप में हमारी कोशिश रही है कि हम ऐसे प्रोडक्ट लेकर आएं जो निवेशकों की जोखिम लेने की क्षमता को पूरा करते हों. आईटीआई फोकस्ड इक्विटी फंड एक फोकस्ड पोर्टफोलियो है, और हम उम्मीद करते हैं कि हमारे निवेशकों को लंबी अवधि में कई सेक्टर के ग्रोथ ड्राइवर्स और ग्रोथ लीडर्स (मजबूत कंपनियों के शेयरों में आने वाली ग्रोथ) का लाभ मिलेगा. मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड और निवेश के एक अच्छे सिद्धांत के साथ, आईटीआई म्यूचुअल फंड बाजार का जोखिम उठाने की क्षमता वाले सभी निवेशकों को निवेश का समाधान प्रदान करने पर फोकस्ड है.
क्या है NFO
जब भी कोई एसेट मैनेजमेंट कंपनी ( AMC) कोई नया फंड लॉन्च करती है तो यह सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही खुला होता है. फंड पोर्टफोलियो के लिए शेयर खरीदना इसका मकसद होता है और इसलिए इसके जरिये पैसा जुटाया जाता है. एक तरह से एक नए फंड की शुरुआत करने के लिए पैसा जुटाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को न्यू फंड ऑफर कहा जाता है. अगर फंड ओपन एंडेड है तो इसके कुछ दिनों बाद इसमें निवेश शुरू हो जाता है. अगर क्लोज एंडेड है तो निवेशक एनएफओ पीरियड के दौरान इसे सब्सक्राइव कर सकता है लेकिन उसे इस दौरान होल्ड किए रखना होगा.
IPO से अलग है NFO
एनएफओ, आईपीओ की तरह लगता है लेकिन लेकिन यह इसकी तरह नहीं होता. बहुत सारे निवेशक इसे आईपीओ जैसा समझते हैं और उन्हें लगता है कि जिस तरह शेयरों में डिमांड बढ़ने पर उन्हें फायदा होता है, वैसा ही इसमें भी ऐसा होगा. लेकिन ऐसा नहीं है. म्यूचअल फंड के एनएवी पर डिमांड और सप्लाई के नियम का कोई असर नहीं होता. किसी म्यूचुअल फंड में कितने यूनिट्स होंगे यह तय नहीं होता. यूनिट्स जरूरत पड़ने पर बना ली जाती हैं.
मौजूदा नियमों के मुताबिक भारत में एनएफओ की अवधि 3 से 15 दिनों तक होती है. अगर फंड ओपन एंडेड है तो इसके कुछ दिनों बाद इसमें निवेश शुरू हो जाता है. अगर क्लोज एंडेड है तो निवेशक एनएफओ पीरियड के दौरान इसे सब्सक्राइव कर सकता है लेकिन उसे इस दौरान होल्ड किए रखना होगा.
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