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Jaro Institute IPO: खुल गया 450 करोड़ का आईपीओ, निवेश करें या दूर रहें, ये 5 बातें समझकर लें फैसला

Jaro Institute IPO opens today: जारो इंस्टिट्यूट का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है. 450 करोड़ रुपये के इश्यू में 170 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 280 करोड़ रुपये का OFS शामिल है. निवेशकों के लिए ये इश्यू 25 सितंबर तक खुला रहेगा.

Jaro Institute IPO opens today: जारो इंस्टिट्यूट का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है. 450 करोड़ रुपये के इश्यू में 170 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 280 करोड़ रुपये का OFS शामिल है. निवेशकों के लिए ये इश्यू 25 सितंबर तक खुला रहेगा.

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FE Hindi Desk
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IPO Alert : कंपनी ने प्राइस बैंड 846-890 रुपये प्रति शेयर तय किया है. मिनिमम 16 शेयर्स का एक लॉट होगा, यानी रिटेल निवेशकों को कम से कम 14,240 रुपये लगाने होंगे. (Image: Pixabay)

Jaro Institute IPO Subscription Open: ऑनलाइन पढ़ाई और अपस्किलिंग कराने वाली कंपनी जारो इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड रिसर्च अब शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है. कंपनी का 450 करोड़ रुपये का आईपीओ आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है. आईपीओ को लेकर पहले दिन अनलिस्टेड ग्रे मार्केट में खासा क्रेज नजर आ रहा है. निवेशकों के लिए ये आईपीओ 25 सितंबर तक खुला रहेगा. 

आपको इस इश्यू के लिए अप्लाई करने चाहिए या दूर रहना चाहिए. यहां आईपीओ प्राइस बैंड से GMP डिटेल तक 5 प्रमुख डिटेल शामिल हैं. इन बातों को समझकर फैसला ले सकते हैं. जारो इंस्टिट्यूट अलग-अलग तरह के ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम और अपस्किलिंग कोर्स उपलब्ध कराती है. अब कंपनी शेयर मार्केट से पैसा जुटाकर अपने बिजनेस को और आगे बढ़ाना चाहती है.

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Jaro Institute IPO: इश्यू डिटेल और मिनिमम निवेश रकम

जारो इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का 450 करोड़ रुपये का आईपीओ OFS और फ्रेश इश्यू का कॉम्बिनेशन है, जिसमें 170 करोड़ रुपये के ताज़ा शेयर (0.19 करोड़ शेयर) और 280 करोड़ रुपये के OFS (0.31 करोड़ शेयर) शामिल हैं. इस इश्यू का प्राइस बैंड 846-890 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जबकि लॉट साइज 16 शेयरों का है. रिटेल निवेशक न्यूनतम 14,240 रुपये लगाकर एक लॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं, वहीं स्मॉल NII के लिए 15 लॉट और बिग NII के लिए 71 लॉट का इन्वेस्टमेंट साइज तय किया गया है.

Jaro Institute IPO: जुटाए गए फंड का कहां होगा यूज 

जारो इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के आईपीओ से आने वाला OFS का पैसा सीधे उन शेयरधारकों के पास जाएगा जो अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं, जबकि फ्रेश इश्यू से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी अपने कर्ज चुकाने, मार्केटिंग और ब्रांड बिल्डिंग व विज्ञापन गतिविधियों पर करने की योजना बना रही है. इसके अलावा, कुछ राशि आईपीओ से जुड़े खर्च और सामान्य कॉर्पोरेट ज़रूरतों को पूरा करने में भी लगाई जाएगी.

Jaro Institute IPO: GMP 13% पर

जारो इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के आईपीओ को लेकर निवेशकों में अच्छी हलचल देखी जा रही है. अनलिस्टेड ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के अनुसार, यह इश्यू अपने अपर प्राइस बैंड पर 13% के आसपास प्रीमियम के साथ लिस्ट हो सकता है. हालांकि, ध्यान रहे कि GMP एक अनऑफिशियल प्लेटफॉर्म है और असल लिस्टिंग प्राइस इसमें दिख रहे ट्रेंड से काफी अलग भी हो सकता है. फिलहाल के रुझान बताते हैं कि इस आईपीओ से लिस्टिंग गेन मिलने की उम्मीद है. अब नज़रें लिस्टिंग वाले दिन और अगले तीन दिनों में आने वाले सब्सक्रिप्शन आंकड़ों पर होंगी, जो असली निवेशक रुचि का संकेत देंगे.

Jaro Institute IPO : कब होगी लिस्टिंग

जारो इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के आईपीओ का अलॉटमेंट 26 सितंबर को तय माना जा रहा है, यानी बिडिंग बंद होने के अगले दिन. वहीं, इस इश्यू की लिस्टिंग 30 सितंबर को होने की संभावना है.

Jaro Institute IPO Review: क्या कहते हैं एनालिस्ट?

अब बात करते हैं एनालिस्ट्स की राय की. आनंद राठी सिक्योरिटीज़ ने जारो इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के आईपीओ को ‘सब्सक्राइब फॉर लॉन्ग-टर्म’ रेटिंग दी है. उनका मानना है कि कंपनी ऑनलाइन हायर एजुकेशन और प्रोफेशनल अपस्किलिंग सेक्टर में मजबूत ब्रांड और पैन-इंडिया मौजूदगी के साथ लीडिंग पोज़िशन रखती है.

एनालिसिस के मुताबिक, अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्यूएशन FY25 की कमाई पर P/E 38.1x और EV/EBITDA 24.8x पर आंका गया है, यानी आईपीओ की कीमत पूरी तरह से फैक्टर इन मानी जा रही है.

सिक्योरिटीज हाउस का कहना है कि कंपनी का पोर्टफोलियो यह साबित करता है कि वह मार्केट की बदलती जरूरतों के मुताबिक बेहतर क्वॉलिटी और मल्टीपल कोर्स ऑफर करने में सक्षम है. एडवांस टेक्नोलॉजी और डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके जारो न सिर्फ क्लाइंट्स को बेहतर अनुभव देता है, बल्कि अपने बिजनेस को स्केलेबल और एक्सपैंडेबल भी बनाता है.

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