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Image-Reuters
फेस्टिव सीजन शुरू होते ही बाजारों में रौनक फिर से लौट रही है, जो कोविड19 के कारण खो गई थी. सामान्य खरीदारी के साथ-साथ सोने की खरीदारी में भी तेजी लौटी है. एक महीने पहले सराफा बाजार में दिख रहा सूखा अब दूर होता नजर आ रहा है. ज्वैलर्स का मानना है कि इस फेस्टिव सीजन पर माहौल पिछले साल जैसा तो नहीं रहेगा क्योंकि इस बार कोरोनावायरस ने स्थिति में काफी बदलाव किया है. हालांकि पिछले कुछ महीनों से जो हालात थे, वैसी स्थिति भी नहीं है.
पीसी ज्वैलर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर बलराम गर्ग का कहना है कि त्योहारी सीजन की खरीदारी अच्छे से शुरू हो गई है. पिछले कुछ महीनों से तुलना करें तो हालात बेहतर हो गए हैं. लेकिन अभी भी गोल्ड बाइंग पिछले साल की तरह पूरे जोर पर नहीं है. लेकिन अगर पिछले महीने या पिछली तिमाही से तुलना करें तो माह दर माह बिजनेस अच्छा होता जा रहा है. अगले माह दिवाली के मौके पर बिजनेस और अच्छी स्थिति में पहुंच जाएगा. ऐसा लग रहा है कि पिछले साल फेस्टिव सीजन में जो बिजनेस हुआ था, उसका 75-80 फीसदी बिजनेस इस साल कवर हो जाएगा. नवरात्रि से गोल्ड की रेगुलर बाइंग रहती है. जैसे-जैसे फेस्टिव सीजन आगे बढ़ेगा, स्थिति और साफ होगी.
उन्होंने बताया कि छोटे शहरों में सोने की खरीदारी अच्छे से हो रही है लेकिन बड़े शहरों में अभी भी कोरोना का डर मौजूद है. टियर 1, टियर 2 और टियर 3 शहरों में खरीदारी की स्थिति मेट्रो शहरों के मुकाबले ज्यादा अच्छी है.
कीमत का भी योगदान
यह पूछे जाने पर कि क्या पिछले कुछ दिनों में 50-52 हजार रुपये के बीच आई सोने की कीमत ने भी बिक्री को सहारा दिया है, गर्ग ने कहा कि कुछ वक्त पहले तक सोना 57-58 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक भी पहुंच गया था. लेकिन इस वक्त 50 हजार रुपये के आस-पास चल रही सोने की कीमत को ग्राहक ने स्वीकार कर लिया है. यह कीमत ठीक-ठाक लग रही है. घरेलू बाजार में सोने की कीमतें शुक्रवार को 49200-51000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब चल रही थीं.
अभी लाइटवेट ज्वैलरी की हो रही बिक्री
गर्ग के मुताबिक, अभी लोग लाइटवेट ज्वैलरी की खरीदारी कर रहे हैं. हैवी ज्वैलरी की खरीदारी दिवाली के बाद शुरू होती है, जब शादियों का सीजन शुरू होता है. इस साल भी नवंबर-दिसंबर में हैवी ज्वैलरी की बिक्री होने की उम्मीद है.
GJC का क्या है अनुमान
ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डॉमेस्टिक काउंसिल (GJC) ने भी हाल ही में उम्मीद जताई है कि इंडस्ट्री मौजूदा फेस्टिव सीजन में, पिछले साल इसी दौरान हुए बिजनेस का 60-65 फीसदी कवर कर लेगी. काउंसिल के चेयरमैन अनंत पद्मनाभन का कहना है कि बड़े ज्वैलरी आइटम्स पर इस तिमाही में ग्राहकों द्वारा खर्च किए जाने की उम्मीद है. PNG ज्वैलर्स के चेयरमैन व एमडी सौरभ गाडगिल को इस साल दशहरा पर प्री बुक्ड ज्वैलरी को ले जाए जाने के अलावा नई खरीद होने की भी उम्मीद है. दशहरे के लिए ज्वैलरी की प्री बुकिंग भी अच्छी रही है.