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Jio BlackRock: जेएफएस और ब्लैकरॉक दोनों ही नए उद्यम में 15-15 करोड़ डॉलर का शुरुआती निवेश करेंगी. (file image)
Jio Financial Services Limited: रिलायंस ग्रुप की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (जेएफएसएल) और ब्लैकरॉक ने 50-50 फीसदी हिस्सेदारी वाला एक ज्वॉइंट वेंचर बनाने का एलान किया है. बयान में कहा गया कि दोनों कंपनियां इसमें 15-15 करोड़ डॉलर का निवेश करेंगी. दोनों कंपनियों की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि जियो ब्लैकरॉक वेंचर देश के भीतर एसेट मैनेजमेंट कारोबार में उतरेगा.
इस साझेदारी के जरिये भारत के एसेट मैनेजमेंट इंडस्ट्री में आमूलचूल बदलाव लाने का इरादा जताया गया है. बयान के मुताबिक, जियो ब्लैकरॉक को जेएफएसएल के संसाधनों एवं ज्ञान के साथ ब्लैकरॉक की निवेश की विशेषज्ञता का भी लाभ मिलेगा. इससे भारत के करोड़ों निवेशकों को किफायती और इनोवेटिव इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशंस मुहैया कराए जा सकेंगे. ब्लैकरॉक के पास जहां इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट, रिस्क मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजीज में एक्सपर्टीज है, वहीं जियो फाइनेंशियल के पास घरेलू बाजार के बारे में मजबूत समझ और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर है.
15-15 करोड़ डॉलर का शुरुआती निवेश
जेएफएस और ब्लैकरॉक दोनों ही नए उद्यम में 15-15 करोड़ डॉलर का शुरुआती निवेश करेंगी. ब्लैकरॉक के एशिया-प्रशांत प्रमुख रैचल लॉर्ड ने कहा कि जियो ब्लैकरॉक दोनों ही कंपनियों की सम्मिलित ताकत और विस्तार का इस्तेमाल करते हुए भारत के करोड़ों निवेशकों को सेवाएं देगी. जेएफएस के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी हितेश सेठिया ने दुनिया की प्रतिष्ठित एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में शुमार ब्लैकरॉक के साथ साझेदारी को ‘रोमांचक’ बताते हुए कहा कि जियो ब्लैकरॉक सही मायने में बदलावकारी साबित होगी.
ब्लैकरॉक की 5 साल बाद वापसी
ब्लैकरॉक 11 ट्रिलियन की संपत्ति संभालता है. साल 2018 में इस कंपनी ने भारत से दूरी बना ली थी, लेकिन 5 साल बाद यह दोबारा से वापसी कर रही है. रिलायंस के साथ मिलकर यह कंपनी भारत में फिर से वापसी कर रही है. बता दें कि हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी सब्सिडयरी रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट का नाम बदलकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज कर दिया था. जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर में जल्द ट्रेडिंग शुरू होगी.