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JFSL: आरआईएल से हाल ही में डीमर्ज जियो फाइनेंशियल सर्विसेज अब इंश्योरेंस बिजनेस में भी एंट्री करेगी. (fle)
Jio Financial Services to Enter in Insurance Business: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इंश्सोरेंस सेक्टर पर बड़ा दांव खेला है. आरआईएल से हाल ही में अलग हुई कंपनी Jio Financial Services अब इंश्योरेंस बिजनेस में भी एंट्री करेगी. JFSL के जरिए हेल्थ इंश्योरेंस, लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस प्रोडक्ट बेचे जाएंगे. रिलायंस इंडस्ट्रीज की 46वीं एनुअल जनरल मीटिंग में मुकेश अंबानी ने यह बड़ा एलान किया है. बता दें कि JFSL की पिछले हफ्ते ही स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग हुई थी. लिस्टिंग के बाद लगातार 4 ट्रेडिंग डे पर शेयर में लोअर सर्किट लगा था.
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AMC बनाने के लिए ब्लैकरॉक के साथ JV
Jio Financial Services ने एसेट मैनेजमेंट बिजनेस स्थापित करने के लिए ब्लैकरॉक के साथ एक ज्वॉइंट वेंचर का एलान किया है, जो देश में सरल और भरोसेमंद इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइड करेगा. ब्लैकरॉक दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी है, जो शानदार प्रतिष्ठा और ट्रैक रिकॉर्ड के साथ 11 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के एसेट का मैनेजमेंट करती है. ज्वॉइंट वेंचर तकनीक-सक्षम, किफायती और इनोवेटिव इन्वेस्टमेट सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए JFSL और ब्लैकरॉक की स्ट्रेंथ का समन्वय करेगा.
इंश्योरेंस बिजनेस से मिलेगा बूस्ट?
ब्रोकरेज हाउस CLSA की एक रिपोर्ट के मुताबिक मीडिया रिपोर्ट से संकेत मिल रहा है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) की लाइफ और जनरल इंश्योरेंस मैन्युफैक्चरिंग में प्रवेश करने की योजना है. कंपनी ने हर बिजनेस के लिए 10 बिलियन रुपये की पूंजी अलग रखी है. इंश्योरेंस मैन्युफैक्चरिंग(भारत में +55 खिलाड़ी) एक स्पेशलाइज्ड और रेगुलेटेड बिजनसे है और हर प्रोडक्ट का अपना विशिष्ट लाइफसाइकिल/अलग-अलग मॉडल है. यह देखना दिलचस्प होगा कि जियो फाइनेंशियल इंडस्ट्री में प्राइसिंग पर क्या प्रभाव डाल सकता है. ब्रोकरेज का मानना है कि अधिक से अधिक लाइफ कवर करना जियो के लिए एक प्रमुख फोकस एरिया हो सकता है. इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूशन एक अवसर पेश कर सकता है क्योंकि यह सिर्फ कुछ बड़े खिलाड़ियों (जैसे बैंक, एनबीएफसी, पीबी फिनटेक आदि) के प्रेजेंस के साथ एक फ्रैगमेंट सेग्मेंट बना हुआ है. जियो के पास पहले से ही एक है 17 से अधिक इंश्योरेंस पार्टनर्स के साथ ब्रोकिंग बिजनेस है और इस वजह से ब्रोकरेज का मानना है कि यह तेजी से बढ़ सकता है.
261.85 रुपये थी प्री-लिस्टिंग कीमत
बता दें कि 20 जुलाई को इस स्टॉक की प्री-लिस्टिंग कीमत 261.85 रुपये फिक्स हुई थी. शेयर की 261.85 रुपये की कीमत पर इसका वैल्युएशन 1.65 लाख करोड़ माना गया था. वहीं आज जब शेयर मामूली रूप से टूटकर 212 रुपये पर आ गया तो इसका मार्केट कैप भी घटकर करीब 1,34,467.26 करोड़ रह गया है. इस लिहाज से यह देश की तीसरी बड़ी NBFC है. इससे पहले 4.15 लाख करोड़ मार्केट कैप के साथ बजाज फाइनेंस और 2.32 लाख करोड़ के साथ बजाज फिनसर्व हैं. 20 जुलाई को डीमर्जर के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर होल्डर्स को हर एक शेयर के बदले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के एक शेयर मिले थे.