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लैटेंट व्यू एनालिटिक्स आईपीओ 10-12 नवंबर तक तीन दिनों तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा.
Latent View Analytics IPO: डिजिटल सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली कंपनी लैटेंट व्यू एनालिटिक्स का आईपीओ आज खुल गया है. 600 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के तहत निवेशक 12 नवंबर तक पैसे लगा सकेंगे. आईपीओ में प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 14972 रुपये का निवेश करना होगा. मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक दुनिया भर में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में कोरोना महामारी के बाद तेजी आई है जिसके चलते लैंटेट व्यू एनालिटिक्स के ग्रोथ की बेहतर संभावनाएं दिख रही हैं. ऐसे में एक्सपर्ट्स ने निवेशकों को इस आईपीओ में पैसे लगाने की सलाह दी है.
एनालिस्ट्स ने इश्यू को दी सब्सक्राइब रेटिंग
रिलायंस सिक्योरिटीज के मुताबिक यह आईपीओ वित्त वर्ष 2021 की कमाई के मुकाबले 42.6 गुना और वित्त वर्ष 2022 के अऩुमानित कमाई के मुकाबले 43.7 गुना भाव पर है जो तर्कसंगत दिख रहा है. इसके पियर्स की बात करें तो हैपिएस्ट माइंड्स टेक वित्त वर्ष 2021 की कमाई के मुकाबले 115 गुना भाव पर ट्रेड हो रहा है जो एनालिस्ट्स के मुताबिक बहुत महंगा है. इसके अलावा डिजिटल ट्रासंफॉर्मेशन के चलते इससे जुड़ी तकनीकी में निवेश बढ़ रहा है. इसे देखते हुए लैटेंट व्यू एनालिटिक्स में आने वाले वर्षों में दोहरे अंकों में ग्रोथ की संभावना दिख रही है जिसके चलते रिलायंस सिक्योरिटीज ने इस इश्यू को सब्सक्राइब की रेटिंग दी है.
Latent View Analytics IPO
- लैटेंट व्यू एनालिटिक्स आईपीओ 10-12 नवंबर तक तीन दिनों तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा.
- 600 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के तहत 474 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे जबकि शेष 126 करोड़ रुपये के शेयर कंपनी के प्रमोटर और वर्तमान शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत बिक्री करेंगे.
एक रुपये के फेस वैल्यू शेयरों के लिए कंपनी ने 190-197 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है.
- कंपनी ने 76 शेयरों का लॉट साइज तय किया है यानी कि निवेशकों को कम से कम 14972 रुपये का निवेश करना होगा.
- इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB), 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) और 10 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है.
- शेयरों का अलॉटमेंट 17 नवंबर को फाइनल हो सकता है और एक्सचेंज पर 23 नवंबर को लिस्टिंग हो सकती है.
इस इश्यू के तहत नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी की इनऑर्गेनिक ग्रोथ, कंपनी के सब्सिडियरी की वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा. इसके अलावा इसका इस्तेमाल लैटेंट व्यू एनालिटिक्स की सब्सिडियरी में निवेश के लिए किया जाएगा ताकि वे भविष्य में अपनी ग्रोथ के लिए इसका उपयोग कर सकें. इस पूंजी का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए भी किया जाएगा.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
- लैटेंट व्यू एनालिटिक्स डेटा व एनालिटिक्स कंसल्टिंग से लेकर बिजनस एनालिटिक्स व इनसाइट्स, एडवांस प्रिडिक्टिव एनालिटिक्स, डेटा इंजीनियरिंग और डिजिटल सॉल्यूशंस जैसी सेवाएं उपलब्ध कराती है. इसका कारोबार कंसल्टिंग सर्विसेज, डेटा इंजीनियरिंग, बिजनेस एनालिटिक्स और डिजिटल सॉल्यूशंस में फैला हुआ है.
- यह तकनीक, बीएफएसआई (बैंकिंग, फाइनेंसियल सर्विसेज व इंश्योरेंस), सीपीजी (कंज्यूमर पैकेज्ड गुड्स) व रिटेल, इंडस्ट्रियल्स और अन्य इंडस्ट्रीज की ब्लू चिप कंपनियों को सर्विसेज मुहैया करती है.
- यह कंपनी पिछले तीन वित्त वर्षों में फॉर्च्यून 500 की 30 से अधिक कंपनियों के साथ काम कर चुकी है.
- लैटेंट व्यू एनालिटिक्स अमेरिका, यूरोप (नीदरलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन) और एशिया (सिंगापुर) में अपने सब्सिडियरीज के जरिए क्लाइंट्स को सेवाएं उपलब्ध कराती है. इसके सेल्स ऑफिस सैन जोस, लंदन और सिंगापुर में स्थित हैं.
कंपनी के वित्तीय स्थिति की बात करें तो इसका शुद्ध मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) पिछले तीन वर्षों में लगातार बढ़ा है. वित्त वर्ष 2019 में इसे 59.67 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जबकि वित्त वर्ष 2020 में उसे 72.84 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021 में 91.46 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था..