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LIC के इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी आईपीओ (IPO) का इंतजार अब खत्म होने वाला है. (reuters)
LIC IPO Latest update: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी आईपीओ (IPO) का इंतजार अब खत्म होने वाला है. सूत्रों के अनुसार यह इश्यू 4 मई को सब्सक्रिप्सन के लिए खुलेगा और 9 मई को बंद होगा. इसकी जानकारी न्यूज एजेंसी ने भी सूत्रों के हवाले से दी है. LIC के आईपीओ के जरिये सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. इससे सरकार को 21,000 करोड़ रुपये मिलेंगे. मार्केट रेगुलेटर सेबी ने केंद्र सरकार द्वारा जमा कराए गए अपडेटेड ड्रॉफ्ट पेपर को भी मंजूरी दे दी है.
12 मई तक नहीं आया तो क्या होगा
केंद्र सरकार ने सेबी से LIC का आईपीओ लाने के लिए जो मंजूरी ली थी, उसके लिए 12 मई तक का समय है. अगर 12 मई तक LIC का आईपीओ नहीं आता है तो सरकार को इसके लिए फिर नए सिरे से मंजूरी लेनी होगी. उसे फिर सेअी में आवेदन करना होगा. ऐसे में इस बात की संभावना बहुत ज्यादा है कि मई के पहले हफ्ते तक इश्यू खुल जाएगा.
सरकार ने घटाया है IPO का साइज
नए प्रस्ताव के मुताबिक केंद्र सरकार LIC में अब 3.5 फीसदी हिस्सेदारी 21000 करोड़ रुपये में बेचेगी. वहीं अगर इश्यू के समय एंकर निवेशकों से पर्याप्त डिमांड मिलती है तो ओवर सब्सक्रिप्शन की हालत में इसे बढ़ाकर 5 फीसदी तक किया जा सकता है. हालांकि पहले सरकार द्वारा 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का प्लान था. लेकिन रूस और यूक्रेन जंग के चलते बाजार में आई अस्थिरता आने से साइज में कटौती करने का मन बनाया. LIC के 3.5 फीसदी शेयर 21 हजार करोड़ रुपये में बेचे जाने का मतलब यह होगा कि 100 फीसदी सरकारी स्वामित्व वाली इस कंपनी का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ रुपये आंका जा रहा है. जबकि शुरुआत में यह वैल्युएशन करीब 16 लाख करोड़ रुपये तक आंका गया था.
IPO: प्राइस बैंड
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार LIC के IPO के तहत प्राइस बैंड 950 रुपये से 1000 रुपये रह सकता है. अगले 2 दिन के अंदर अपडेटेड ड्रॉफ्ट पेपर की पूरी जानकारी सामने आने की उम्मीद है. जिसमें लॉट साइज व अन्य जरूरी जानकारियां सामने आएंगी. यह देश में सबसे बड़ा IPO होगा. अब तक, पेटीएम का आईपीओ 2021 में 18,300 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा आईपीओ है. इसके बाद 2010 में कोल इंडिया लिमिटेड का 15,500 करोड़ रुपये और 2008 में रिलायंस पावर का 11,700 करोड़ रुपये का इश्यू आया था.
कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों को छूट
LIC ने अपने कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों के लिए 5 फीसदी और 10 फीसदी इश्यू रिजर्व किया है. इन्हें IPO में शेयर खरीदने पर डिस्काउंट भी दिया जाएगा. इन दो श्रेणियों के साथ रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है. जबकि 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए और 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है. विदेशी संस्थागत निवेशक क्यूआईबी हिस्से का हिस्सा होंगे.