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LIC IPO : एलआईसी (Life Insurance Corporation) के मेगा आईपीओ के तहत सरकारी हिस्सेदारी बेचने के लिए न सिर्फ ऑफर फॉर सेल ( (OFS) लाया जाएगा बल्कि यह नए इक्विटी शेयर भी जारी कर सकती है. निवेश और सार्वजनिक परिसंपत्ति मैनेजमेंट विभाग यानी DIPAM ने गुरुवार को इस इश्यू के लिए लीगल बैंकर, लीगल एडवाइजर और बैंकरों की नियुक्ति का प्रस्ताव डालते हुए कहा था कि एलआईसी को शेयर मार्केट में लिस्ट कराने की इस प्रक्रिया के तहत न सिर्फ सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए ऑफर फॉर सेल लाएगी बल्कि नई इक्विटी शेयर पूंजी भी जुटाएगी. एलआईसी का आईपीओ जनवरी, 2022 तक आ सकता है. कहा जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. पब्लिक इश्यू 65 से 75 हजार करोड़ रुपये का हो सकता है.
फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करने करने का फैसला चौंकाने वाला कदम
सरकार पिछले काफी समय से एलआईसी के विनिवेश की कोशिश में है. लेकिन फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करने करने का फैसला चौंकाने वाला कदम है . हालांकि इश्यू साइज कितना बड़ा होगा, अभी यह तय नहीं हुआ है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च हेड दीपक जासानी ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन से कहा कि एलआईसी अगले दो-तीन साल में बाजार में दोबारा नहीं आना चाहती. इसलिए बुक क्लीनिंग के बाद पूंजी का पूरा इंतजाम कर लेना चाहती है. अगले दो-तीन साल के लिए वह यह ऑप्शन तैयार रखना चाहती है. हालांकि अभी यह पक्का नहीं है कि कंपनी इस ऑप्शन को अपनाएगी ही. एलआईसी के आईपीओ को मार्केट में लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है लेकिन अभी यह बेहद शुरुआती चरण में है.
बड़ी कंपनियों के लिए आईपीओ नियमों में संशोधन
सरकार ने हाल में ही एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के मार्केट कैपिटलाइजेशन की कंपनियों की लिस्टिंग से संबंधित नियमों में संशोधन किया है. इन संशोधनों के मुताबिक ऐसी कंपनियां अब अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी आईपीओ के जरिये बेच सकती है. हालांकि ऐसी कंपनियों को अपनी पब्लिक शेयरहोल्डिंग दो साल में बढ़ा कर दस फीसदी करनी होगी. पांच साल में यह हिस्सेदारी बढ़ा कर 25 फीसदी करनी होगी. आईपीओ लाने के लिए सरकार ने एलआईसी को अपनी अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ा कर 25 हजार करोड़ करने की अनुमति दे दी है.