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LIC का नया वैल्युएशन 6 लाख करोड़ रुपये लगाया जा रहा है, जो पहले 16 लाख करोड़ रुपये तक आंका जा रहा था.
Government Cuts LIC IPO Size : देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (Life Insurance Corporation - LIC) के आईपीओ के आकार और वैल्युएशन में कटौती किए जाने के आसार हैं. सरकार ने अब आईपीओ के जरिए कंपनी के 3.5 फीसदी शेयर 21,000 करोड़ रुपये में बेचने का मन बनाया है. इस आईपीओ को मई के पहले हफ्ते में लाए जाने की उम्मीद है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एलआईसी बुधवार तक सेबी के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर देगी, जिसमें शेयर के प्राइस बैंड, पॉलिसीहोल्डर्स, कर्मचारियों के लिए रिजर्वेशन और डिस्काउंट जैसी जरूरी बातों का ब्योरा दिया जा सकता है. शनिवार को कंपनी के बोर्ड की मीटिंग में नए प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है. खबर यह भी है कि अभी आईपीओ के तहत एलआईसी के 3.5 फीसदी शेयर बेचने का फैसला किया गया है, लेकिन इश्यू के समय अगर निवेशकों ने ज्यादा उत्साह दिखाया तो ओवर-सब्सक्रिप्शन की हालत में इसे बढ़ाकर 5 फीसदी तक किया जा सकता है.
इससे पहले भारत सरकार ने फरवरी के महीने में एलआईसी के आईपीओ के तहत 5 फीसदी शेयर बेचने की योजना बनाई थी. लेकिन अब यूक्रेन पर रूस के हमले के कारण बाजार में आई अस्थिरता की वजह से आईपीओ के आकार में कटौती किए जाने की बात सामने आ रही है. एलआईसी के 3.5 फीसदी शेयर 21 हजार करोड़ रुपये में बेचे जाने का मतलब यह होगा कि सौ फीसदी सरकारी स्वामित्व वाली इस कंपनी का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ रुपये आंका जा रहा है. एलआईसी का आईपीओ लाने के फैसले की शुरुआत में यह वैल्युएशन करीब 16 लाख करोड़ रुपये तक आंका जा रहा था. इस हिसाब से देखें तो कंपनी के वैल्युएशन में करीब 10 लाख करोड़ रुपये की भारी कटौती की जा रही है. कहा जा रहा है कि यह कटौती बाजार के बदले हालात में बड़े निवेशकों से मिले फीडबैक के आधार पर की गई है.
एलआईसी के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि सेबी की मंजूरी मिलने पर आईपीओ मई के पहले सप्ताह में लाया जा सकता है. इससे पहले फरवरी में एलआईसी ने सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे, जिसमें सरकार ने 31.6 करोड़ यानी 5 फीसदी शेयर बेचने का इरादा जाहिर किया था. इंटरनेशनल फर्म मिलिमैन एडवाइज़र्स ने 30 सितंबर 2021 को एलआईसी की एंबेडेड वैल्यू 5.4 लाख करोड़ रुपये आंकी थी. 6 लाख करोड़ रुपये की मौजूदा वैल्यूएशन इससे करीब 10 फीसदी अधिक है, जबकि पहले कहा जा रहा था कि एलआईसी जैसी कंपनी का वैल्यूएशन एंबेडेड वैल्यू का कम से कम 3 गुना होना चाहिए. इसी आधार पर तब एलआईसी की वैल्युएशन 16 लाख करोड़ रुपये तक निकाली जा रही थी. भारत सरकार के 65 हजार करोड़ रुपये के मौजूदा विनिवेश लक्ष्य में एलआईसी के आईपीओ का काफी बड़ा योगदान रहने वाला है. पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने 13,531 करोड़ रुपये का विनिवेश किया था.
(इनपुट : पीटीआई)