/financial-express-hindi/media/post_banners/uVJvkxtSlFkI8O6Qr87e.jpg)
एलआईसी के मैनेजमेंट का कहना है कि आने वाले दिनों में उसके शुद्ध लाभ में स्थिरता आएगी और उतार-चढ़ाव कम होगा.
LIC Q1FY23 Result : देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) ने जून तिमाही के लिए बेहतरीन नतीजों का एलान किया है. अप्रैल-जून 2022 के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 682.9 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि (Q1FY22) के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ महज 2.6 करोड़ रुपये था. इस हिसाब से देखें तो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस साल जून तिमाही में एलआईसी का नेट प्रॉफिट 262.65 गुना बढ़ गया है. लेकिन इसी नतीजे को अगर सीक्वेंशियल आधार पर देखें, तो कंपनी के तिमाही शुद्ध लाभ में गिरावट आई है.
मार्च 2022 में खत्म तिमाही में एलआईसी ने 2,371.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था, जो जून 2022 में खत्म तिमाही के मुकाबले तीन गुने से भी ज्यादा था. हालांकि एलआईसी के मैनेजमेंट का कहना है कि आने वाले दिनों में उसके शुद्ध लाभ में स्थिरता आएगी और इतना उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिलेगा. जून 2022 में खत्म तिमाही के दौरान एलआईसी की कुल आय 1,68,881 करोड़ रुपये रही. जबकि पिछले साल की इसी तिमाही के दौरान यह 1,54,153 करोड़ रुपये थी.
ONGC को जून तिमाही में रिकॉर्ड मुनाफा, नतीजे से पहले शेयरों में भी रही शानदार खरीदारी
एलआईसी के लिए अच्छी बात यह है कि जून 2022 में खत्म तिमाही के दौरान उसकी प्रीमियम इनकम में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है. कंपनी के प्रदर्शन में इस सुधार की एक वजह कोविड महामारी से जुड़ी पाबंदियों का हटना भी है. एलआईसी एक ऐसी कंपनी है, जिसकी नई पॉलिसी की बिक्री में उसके एजेंट्स बड़ी भूमिका निभाते हैं और पाबंदियों के हटने की वजह से वे एक बार फिर ग्राहकों तक बेहतर ढंग से पहुंच पा रहे हैं.
एलआईसी के देश भर में 13 लाख सेल्स एजेंट हैं, जो महामारी के दौरान अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे थे.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का अच्छा प्रदर्शन, लोन और डिपॉजिट ग्रोथ के मामले में सभी सरकारी बैंकों से आगे
कंपनी के चेयरमैन एम आर कुमार का कहना है कि हालात सामान्य होने की वजह से अब उनका एजेंट आधारित बिजनेस मॉडल फिर पहले की तरह काम करने लगा है, जिसका फायदा कंपनी की नेट प्रीमियम इनकम में वृद्धि के तौर पर देखने को मिल रहा है. इसी का परिणाम है कि जून तिमाही में कंपनी की नेट प्रीमियम इनकम बढ़कर 98,352 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 81,721 करोड़ रुपये थी. कुमार ने कंपनी के नतीजों का एलान करते हुए यह भी बताया कि जून तिमाही के दौरान बेची गई पॉलिसी की संख्या में भी करीब 60 फीसदी का इजाफा हुआ है.
जून तिमाही के दौरान एलआईसी का ग्रॉस वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) बढ़कर 1861 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वीएनबी मार्जिन 13.6 फीसदी रहा. ग्रॉस वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) को बीमा कंपनियों के बिजनेस में ग्रोथ की संभावना का महत्वपूर्ण संकेत माना जाता है. इससे पता चलता है कि नए प्रीमियम से उसे कितना मुनाफा मिलने की उम्मीद है.
IIP Data June 2022: जून में 12.3% रही देश की औद्योगिक विकास दर, लेकिन मई के मुकाबले आई गिरावट
एलआईसी के चेयरमैन ने नतीजों का एलान करते हुए यह उम्मीद भी जताई कि मौजूदा वित्त वर्ष के अंत तक वे बाजार में उथल-पुथल कम होने और VNB मार्जिन के बढ़कर 15% तक पहुंचने की उम्मीद भी कर रहे हैं. एलआईसी भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है, जिसकी देश के पूरे बीमा बाजार में कुल प्रीमियम के लिहाज से 60% से ज्यादा हिस्सेदारी है.