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LIC के शेयर में गिरावट नहीं थम रही है. आज यह नए रिकॉर्ड लो पर आ गया. (Reuters)
LIC Stock Price: LIC के शेयर में गिरावट नहीं थम रही है. आज यानी 6 जून को शेयर 800 रुपये के भी नीचे चला गया और 782.45 रुपये के निचले स्तर तक आ गया. यह शेयर के लिए न्यू रिकॉर्ड लो है. इसके पहले शुक्रवार को भी शेयर ने लो बनाया था और 800 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. शेयर अब अपने इश्यू प्राइस यानी आईपीओ के भाव से 18 फीसदी कमजोर होकर ट्रेड कर रहा है. शेयर में लगातार नुकसान सह रहे निवेशक कनफ्यूज हैं कि आखिर क्या करें. शेयर में बने रहें या हल्की तेजी आने पर बेचकर निकल जाएं. निवेशकों को LIC में अबतक 1 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.
मार्केट कैप 5 लाख करोड़ से नीचे
LIC का मार्केट कैप आज के कारोबार में 5 लाख करोड़ से नीचे चला गया है. आज दोपहर 1 बजे तक कंपनी का मार्केट कैप 4.96 लाख करोड़ रह गया है. जबकि आईपीओ के दौरान कंपनी का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ आंका गया था. इस लिहाज से अबतक LIC के निवेशकों को 1.04 लाख करोड़ का झटका लग चुका है.
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LIC का शेयर 17 मई को बाजार में लिस्ट हुआ था. कंपनी का शेयर बीएसई पर 867 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि इश्यू प्राइस 949 रुपये था. इस लिहाज से शेयर अपने इश्यू प्राइस से 82 रुपये घटकर बाजार में लिस्ट हुआ था. वहीं आज शेयर इश्यू प्राइस से 18 फीसदी टूटकर 782.45 रुपये पर आ गया. शेयर के लिए 919 रुपये हाई और 782.45 रुपये अबतक का लो है.
शेयर में क्या करें निवेशक
IIFL, के VP-रिसर्च अनुज गुप्ता का कहना है कि LIC के आउटलुक को लेकर अभी कोई चिंता नहीं दिख रही है. इंश्योरेंस में कंपनी मार्केटलीडर है और अच्छा खासा मार्केट शेयर है. पूरे देश में मजबूत नेटवर्क है. खासतौर से छोटे शहरों और रूरल एरिया में डॉमिनेंस है. वहीं शेयर की बात करें तो LIC में इश्यू प्राइस से अच्छी खासी गिरावट आ चुकी है. शेयर आईपीओ के प्राइस से 17 से 18 फीसदी डिस्कांडट पर है. यह खरीदारी का शानदार मौका है. मौजूदा भाव पर शेयर खरीदना चाहिए. इसमें जल्द ही 830 रुपये से 850 रुपये का लेवल दिख सकता है.
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने शेयर में होल्ड रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 875 रुपये का दिया है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि LIC इंश्योरेंस सेक्टर में मार्केट लीडर है, वहीं वैल्युएशन पियर्स की तुलना में बेहतर है. लेकिन VNB मार्जिन एक्सपेंशन अनुमान से भी कम है. प्राइवेट सेक्टर पियर्स की तुलना में APE ग्रोथ भी कमजोर है. हायर कमिशन कास्ट भी एक फैक्टर है. कंपनी का मार्केट साइज धीरे धीरे कम हो रहा है. प्राइवेट कंपनियों का मार्केट शेयर बढ़ रहा है.
Swastika Investmart Ltd. के रिसर्च हेड संतोष मीना का कहना है कि जिन निवेशकों के पास स्टॉक हैं, वे लंबी अवधि तक इसे पोर्टफोलियो में रख सकते हैं. अगले 5 साल में मैनेजमेंट को कंपनी का मार्जिन ओवरअल इंडस्ट्री के औसत तक पहुंचने की उम्मीद है. वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का मुनाफा 40 फीसदी बढ़ा है. मैनेजमेंट को जून 2022 की रिपोर्ट के बाद VNB मार्जिन और EV पर क्लेरिटी की उम्मीद है.
मुनाफे को लेकर भी चिंता
LIC को मार्च तिमाही में 2409 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 17.41 फीसदी कम है. वहीं, पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का मुनाफा 4043.12 करोड़ रुपये रहा जो सालाना आधार पर 39.4 फीसदी अधिक है. मार्च 2022 को समाप्त हुई तिमाही में एलआईसी का कुल रेवेन्यू 2,11,471 करोड़ रुपये रहा है, जो सालाना आधार पर 11.64 फीसदी ज्यादा है. कंपनी ने 1.50 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का एलान किया है. मार्च तिमाही के दौरान शुद्ध प्रीमियम आय बढ़कर 1,44,158.84 करोड़ रुपये रही. रिन्यूअल प्रीमियम से कंपनी की आय 5.37 फीसदी बढ़कर 71,472.05 करोड़ रही है.