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LIC का शेयर आज यानी 3 जून को 801 रुपये के रिकॉर्ड लो पर पहुंच गया. (Reuters)
LIC Stock Price: LIC का शेयर आज यानी 3 जून को 801 रुपये के रिकॉर्ड लो पर पहुंच गया. कंपनी का शेयर अबतक निवेशकों के लिए निराश करने वाला रहा है. लिस्टिंग के बाद से कभी भी शेयर अपने इश्यू प्राइस के करीब नहीं पहुंच पाया. अभी शेयर अपने इश्यू प्राइस से 15 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है. स्टॉक में घाटा सह रहे निवेशक भी इसे लेकर कनफ्यूज हैं कि किस स्ट्रैटेजी पर चलें. शेयर में बने रहें या जरा भी तेजी आने पर इससे बाहर निकल जाएं. शेयर को लेकर अबतक ब्रोकरेज हाउस या एक्सपर्ट का भी नजरिया मिला जुला ही रहा है. ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने LIC पर कवरेज की शुरूआत की है और इसमें होल्ड रेटिंग दी है. ब्रोकरेज अपनी रिपोर्ट में निजी इंश्योरेंस कंपनियों के शेयरों पर LIC की तुलना में ज्यादा पॉजिटिव है.
वैल्युएशन बेहतर, लेकिन चुनौतियां भी
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने शेयर में कवरेज की शुरूआत की है. ब्रोकरेज ने शेयर में होल्ड रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 875 रुपये का दिया है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि LIC इंश्योरेंस सेक्टर में मार्केट लीडर है, वहीं वैल्युएशन पियर्स की तुलना में बेहतर है. कंपनी के डॉमिनेंट साइज के चलते आपरेटिंग चुनौतियां छुप जाती हैं. हालांकि कंपनी के साथ अभी कुछ चुनौतियां भी है. मसलन VNB मार्जिन एक्सपेंशन अनुमान से भी कम है. प्राइवेट सेक्टर पियर्स की तुलना में APE ग्रोथ भी कमजोर है. हायर कमिशन कास्ट भी एक फैक्टर है. वहीं न्यू फंड बाईफरकेशन के तहत EV मूवमेंट का कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है. ऐसे में ब्रोकरेज बेहतर ग्रोथ, मुनाफा और हायर RoEV के चलते प्राइवेट सेक्टर के पियर्स पर ज्यादा पॉजिटिव है.
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डॉमिनेंट साइज, लेकिन घट रहा है मार्केट शेयर
ब्रोकरेज का कहना है कि LIC अपने सेक्टर में लीडिंग पोजिशन पर है. डॉमिनेंट साइज के चलते आपरेशन के मोर्चे पर कई चुनौतियां छुप जाती हैं. रिटेल APE और कुल APE बेसिस पर LIC का मार्केट शेयर FY22 में 37 फीसदी और 42 फीसदी था. हालांकि एक दशक पहले यह 63 फीसदी और 65 फीसदी था. जबकि 5 साल पहले यह 62 फीसदी और 51 फीसदी था. यहां साफ है कि कंपनइ का मार्केट शेयर धीरे धीरे घटा है, प्राइवेट कंपनियों का मार्केट शेयर बढ़ रहा है. कंपनी के नेटवर्क में 13 लाख एजेंट हैं.
निवेशकों के 1 लाख करोड़ साफ
आईपीओ में वैल्युएशन 6 लाख करोड़ आंका गया था, जबकि अब कंपनी का मार्केट शेयर करीब 5.06 लाख करोड़ पर आ गया है. यानी निवेशकों के करीब 1 लाख करोड़ डूब चुके हैं. LIC का शेयर 17 मई को बाजार में लिस्ट हुआ था. कंपनी का शेयर बीएसई पर 867 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि इश्यू प्राइस 949 रुपये था. इस लिहाज से शेयर अपने इश्यू प्राइस से 82 रुपये घटकर बाजार में लिस्ट हुआ था. यानी लिस्टिंग पर निवेशकों को 9 फीसदी का घाटा हुआ. शेयर के लिए 919 रुपये हाई और 801 रुपये अबतक का लो है. अभी शेयर 806 रुपये के भाव पर है. यानी इश्यू प्राइस से 15 फीसदी डिस्काउंट पर.
कंपनी का मुनाफा भी घटा
LIC को मार्च तिमाही में 2409 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 17.41 फीसदी कम है. वहीं, पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का मुनाफा 4043.12 करोड़ रुपये रहा जो सालाना आधार पर 39.4 फीसदी अधिक है. मार्च 2022 को समाप्त हुई तिमाही में एलआईसी का कुल रेवेन्यू 2,11,471 करोड़ रुपये रहा है, जो सालाना आधार पर 11.64 फीसदी ज्यादा है. कंपनी ने 1.50 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का एलान किया है. मार्च तिमाही के दौरान शुद्ध प्रीमियम आय बढ़कर 1,44,158.84 करोड़ रुपये रही. रिन्यूअल प्रीमियम से कंपनी की आय 5.37 फीसदी बढ़कर 71,472.05 करोड़ रही है.
(Disclaimer: स्टॉक पर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)