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LIC के आईपीओ के चालू वित्त वर्ष में आने की संभावना कम दिख रही है.
LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ के चालू वित्त वर्ष में आने की संभावना कम है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इसके वैल्यूएशन में उम्मीद से ज्यादा वक्त लग रहा है. आईपीओ लाने की तैयारियों से जुड़े एक मर्चेंट बैंकर के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस बड़ी कंपनी के वैल्यूएशन का काम अभी पूरा नहीं हुआ है और इसमें अभी कुछ और वक्त लग सकता है. वैल्यूएशन का काम पूरा हो जाने के बाद भी आईपीओ से संबंधित कई रेगुलेटरी प्रक्रियाओं को पूरा करने में वक्त लगेगा.
हालांकि, DIPAM सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने एक ट्वीट करते हुए दावा किया है कि एलआईसी के आईपीओ को लेकर तैयारी चल रही है और इसे जनवरी-मार्च क्वार्टर 2021-22 में लॉन्च किया जाएगा. पांडे का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में इसे लॉन्च किए जाने को लेकर तैयारी हो गई है.
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आईपीओ में देरी की ये हो सकती है वजह
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईपीओ लाने के पहले बाजार नियामक सेबी की पूर्व-अनुमति लेनी होगी. इसके अलावा बीमा क्षेत्र की नियामक संस्था IRDAI से भी इसकी अनुमति लेनी होगी. IRDAI प्रमुख का पद करीब सात महीने से खाली पड़ा है. अधिकारी के मुताबिक, इस तरह की स्थिति में एलआईसी का आईपीओ वित्त वर्ष 2021-22 में ही आने की संभावना बहुत ही कम दिख रही है. इस वित्त वर्ष में अब सिर्फ तीन महीने ही रह गए हैं.
एलआईसी का वैल्यूएशन अपने आप में बेहद जटिल प्रक्रिया है. इसकी वजह यह है कि एलआईसी का आकार बेहद बड़ा और इसकी उत्पाद संरचना भी मिली-जुली है. इसके पास रियल एस्टेट एसेट्स हैं. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वैल्यूएशन का काम पूरा नहीं होने तक शेयर बिक्री का आकार भी नहीं तय किया जा सकता है.
विनिवेश लक्ष्य के लिए यह IPO अहम
सरकार चालू वित्त वर्ष में ही एलआईसी का आईपीओ लाने की कोशिश में लगी हुई है. दरअसल इस वित्त वर्ष के विनिवेश लक्ष्य 1.75 लाख करोड़ रुपये को हासिल करने में यह आईपीओ बहुत अहम भूमिका निभा सकता है. इसके अलावा सरकार को बीपीसीएल की रणनीतिक बिक्री से भी बहुत उम्मीद है. हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकार विनिवेश की दिशा में अच्छी तरह बढ़ रही है. उन्होंने कहा था कि नौकरशाही और अलग-अलग विभागों की कमियों को दुरूस्त करने में समय लगता है, लेकिन सरकार इसे तेज करने की कोशिश कर रही है.