scorecardresearch

LIC का IPO मौजूदा वित्त वर्ष में आना मुश्किल, पर सरकार को अंतिम तिमाही में लॉन्च होने का है भरोसा

DIPAM सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने दावा किया है कि एलआईसी का आईपीओ लाने की तैयारी चल रही है.

DIPAM सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने दावा किया है कि एलआईसी का आईपीओ लाने की तैयारी चल रही है.

author-image
PTI
एडिट
New Update
LIC valuation delay may push IPO plan beyond FY22; govt confident of issue this fiscal

LIC के आईपीओ के चालू वित्त वर्ष में आने की संभावना कम दिख रही है.

LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ के चालू वित्त वर्ष में आने की संभावना कम है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इसके वैल्यूएशन में उम्मीद से ज्यादा वक्त लग रहा है. आईपीओ लाने की तैयारियों से जुड़े एक मर्चेंट बैंकर के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस बड़ी कंपनी के वैल्यूएशन का काम अभी पूरा नहीं हुआ है और इसमें अभी कुछ और वक्त लग सकता है. वैल्यूएशन का काम पूरा हो जाने के बाद भी आईपीओ से संबंधित कई रेगुलेटरी प्रक्रियाओं को पूरा करने में वक्त लगेगा.

हालांकि, DIPAM सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने एक ट्वीट करते हुए दावा किया है कि एलआईसी के आईपीओ को लेकर तैयारी चल रही है और इसे जनवरी-मार्च क्वार्टर 2021-22 में लॉन्च किया जाएगा. पांडे का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में इसे लॉन्च किए जाने को लेकर तैयारी हो गई है.

Advertisment

FPI: विदेशी निवेशकों का घटा भरोसा, दिसंबर में अब तक भारतीय बाजारों से निकाले 17,696 करोड़ रुपये

आईपीओ में देरी की ये हो सकती है वजह

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईपीओ लाने के पहले बाजार नियामक सेबी की पूर्व-अनुमति लेनी होगी. इसके अलावा बीमा क्षेत्र की नियामक संस्था IRDAI से भी इसकी अनुमति लेनी होगी. IRDAI प्रमुख का पद करीब सात महीने से खाली पड़ा है. अधिकारी के मुताबिक, इस तरह की स्थिति में एलआईसी का आईपीओ वित्त वर्ष 2021-22 में ही आने की संभावना बहुत ही कम दिख रही है. इस वित्त वर्ष में अब सिर्फ तीन महीने ही रह गए हैं.

एलआईसी का वैल्यूएशन अपने आप में बेहद जटिल प्रक्रिया है. इसकी वजह यह है कि एलआईसी का आकार बेहद बड़ा और इसकी उत्पाद संरचना भी मिली-जुली है. इसके पास रियल एस्टेट एसेट्स हैं. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वैल्यूएशन का काम पूरा नहीं होने तक शेयर बिक्री का आकार भी नहीं तय किया जा सकता है.

चुनाव आयुक्तों के साथ पीएमओ की ‘अनौपचारिक’ चर्चा पर सरकार की सफाई, कहा- पत्र में CEC को नहीं किया गया था संबोधित

विनिवेश लक्ष्य के लिए यह IPO अहम

सरकार चालू वित्त वर्ष में ही एलआईसी का आईपीओ लाने की कोशिश में लगी हुई है. दरअसल इस वित्त वर्ष के विनिवेश लक्ष्य 1.75 लाख करोड़ रुपये को हासिल करने में यह आईपीओ बहुत अहम भूमिका निभा सकता है. इसके अलावा सरकार को बीपीसीएल की रणनीतिक बिक्री से भी बहुत उम्मीद है. हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकार विनिवेश की दिशा में अच्छी तरह बढ़ रही है. उन्होंने कहा था कि नौकरशाही और अलग-अलग विभागों की कमियों को दुरूस्त करने में समय लगता है, लेकिन सरकार इसे तेज करने की कोशिश कर रही है.

Lic Ipo