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एक्सपर्ट का कहना है कि मौजूदा समय में डेट फंड कटेगिरी में लिक्विड फंड और अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड बेहतर विकल्प है.
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Liquid Mutual Fund: कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है. इसे पटरी पर लाने के लिए सेंट्रल बैंक ने लिक्विडिटी बढ़ाने के उपाय के तहत पिछले दिनों रेपो रेट में 75 अंकों और सीआरआर में 100 अंकों की कटौती की. पिछले साल फरवरी के बाद से रेपो रेट में 2.10 फीसदी कमी आ चुकी है. जिसके बाद से तमाम बैंक भी अपनी जमा योजनाओं पर ब्याज कम कर रहे हैं. बड़े बैंकों की बात करें तो 5 साल की एफडी पर ब्याज कहीं 6 फीसदी से कम हो गया तो कहीं 6.25 फीसदी के आस पास. पीपीएफ, एनएससी, केवीपी जैसी स्कीम पर भी पर ब्याज 1.4 फीसदी तक घटा है. एक्सपर्ट का कहना है कि मौजूदा समय में डेट फंड कटेगिरी में लिक्विड फंड और अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड बेहतर विकल्प है.
इस बारे में वैल्यू रिसर्च ने भी अभी लिक्विड फंड और अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड से बाहर न जाने की सलाह दी है. वैल्यू रिसर्च के अनुसार रेट कट की गुंजाइश आगे भी बनी हुई है. रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा समय में सबसे खराब दौर अब पीछे जा चुका है, लेकिन निवेशक अभी भी कनफ्यूज हैं. बाजार में रिस्क बना हुआ है. ऐसे में डेट कटेगिरी में कुछ खास सेग्मेंट बेहतर पिकल्प हैं. वैसे भी इन दिनों लिक्विड फंडों में भी अच्छी खासी गिरावट आ चुकी है. ऐसे में यहां निवेश करने का सही समय है.
क्वांट लिक्विड फंड
5 साल में रिटर्न: 7.50 फीसदी
5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 1.44 लाख
5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 7.18 लाख
एसेट: 60 करोड़ (31 मार्च, 2020 तक)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.62% (29 फरवरी, 2020 तक)
कम से कम निवेश: 100 रुपये
कम से कम एसआईपी: 100 रुपये
फ्रैंकलिन लिक्विड फंड
5 साल में रिटर्न: 7.35 फीसदी
5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 1.43 लाख
5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 7.15 लाख
एसेट: 6963 करोड़ (31 मार्च, 2020 तक)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.12% (29 फरवरी, 2020 तक)
कम से कम निवेश: 10,000 रुपये
कम से कम एसआईपी: 1000 रुपये
बड़ौदा लिक्विड फंड
5 साल में रिटर्न: 7.35 फीसदी
5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 1.42 लाख
5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 7.14 लाख
एसेट: 3086 करोड़ (31 मार्च, 2020 तक)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.19% (29 फरवरी, 2020 तक)
कम से कम निवेश: 5,000 रुपये
कम से कम एसआईपी: 1000 रुपये
आदित्य बिरला सनलाइफ लिक्विड फंड
साल में रिटर्न: 7.26 फीसदी
5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 1.42 लाख
5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 7.13 लाख
एसेट: 30,612 करोड़ (31 मार्च, 2020 तक)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.21% (29 फरवरी, 2020 तक)
कम से कम निवेश: 500 रुपये
कम से कम एसआईपी: 500 रुपये
निप्पॉन इंडिया लिक्विड फंड
5 साल में रिटर्न: 7.26 फीसदी
5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 1.42 लाख
5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 7.13 लाख
एसेट: 21,754 करोड़ (31 मार्च, 2020 तक)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.08% (31 मार्च, 2020 तक)
कम से कम निवेश: 100 रुपये
कम से कम एसआईपी: 1000 रुपये
क्या है लिक्विड फंड?
लिक्विड फंड डेट म्यूचुअल फंड हैं, जो गवर्नमेंट सिक्युरिटीज, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, ट्रेजरी बिल्स, कमर्शियल पेपर्स और दूसरे डेट इंस्टू्मेंट्स में निवेश करते हैं. ये ऐसे फंड होते हैं, जिनमें 91 दिन तक मेच्योरिटी पीरियड यानी छोटी अवधि के लिए भी निवेश किया जा सकता है. इनमें जोखिम भी कम होता है. लिक्विड फंड का दूसरा नाम है कैश फंड और इसका मकसद है, ज्यादा लिक्विडिटी व कम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न.
(नोट: यह जानकारी फंड के प्रदर्शन के आधार पर दी गई है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)