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ELSS: टैक्स भी बचेगा, रिटायरमेंट पर मिलेगी मोटी रकम, निवेश के लिए चुनें ये म्यूचुअल फंड

Tax Saving Investment: इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS), टैक्स सेविंग्स इन्वेस्टमेंट के पॉपुलर विकल्पों में है.

Tax Saving Investment: इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS), टैक्स सेविंग्स इन्वेस्टमेंट के पॉपुलर विकल्पों में है.

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Sushil Tripathi
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ELSS, Tax Saving Investment

Tax Saving Investment: इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS), टैक्स सेविंग्स इन्वेस्टमेंट के पॉपुलर विकल्पों में है.

Tax Saving Investment: इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS), टैक्स सेविंग्स इन्वेस्टमेंट के पॉपुलर विकल्पों में है. सैलरीड क्लास में रिटायरमेंट के लिए भी इन फंडों में निवेश करने का प्रचलन है. ईएलएसएस में एक मुश्त और एसआईपी दोनों के जरिए निवेश किया जा सकता है. ईएलएसएस में निवेया करने पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स का भी लाभ मिलता है. इसकी सबसे खास बात यह है कि इस कटेगिरी में लॉक इन पीरियड होता है. कुछ में 3 साल और कुछ में 5 साल. इसी वजह से यह लांग टर्म निवेया के लिए एक बेहतर विकल्प है. पिछले 5 साल के रिटर्न पर नजर डालें तो इसने निवेशकों को जमकर रिटर्न दिया है.

क्यों आकर्षक है ईएलएसएस

एक वित्त वर्ष में आप 1.5 लाख रु तक निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि ईएलएसएस में निवेश की कोई लिमिट नहीं है. ईएलएसएस में निवेश पर होने वाला लाभ और रिडम्‍पशन से मिलने वाली राशि भी पूरी तरह टैक्‍स फ्री होती है. ईएलएसएस बेहतर पोस्‍ट-टैक्‍स रिटर्न देता है, क्‍योंकि ईएलएसएस म्‍यूचुअल फंड से एक साल में मिलने वाला 1 लाख रुपए तक एलटीसीजी को आयकर से छूट है. इस सीमा से अधिक लाभ पर 10 फीसदी की दर से टैक्‍स देना होता है. ईएलएसएस में निवेश की बात करें तो इसमें से कम से कम 80 फीसदी एक्सपोजर इक्विटी में होता है. यह टेक्निकली 100 फीसदी तक हो सकता है. इसमें सभी मार्केट कैप में निवेश करने की फ्लेक्सिबिलिटी भी है.

लॉक इन पीरियड कोई बाउंडेशन नहीं

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इन फंडों में लॉक इन पीरियड होता है लेकिन खासियत यह है कि उसके बाद भी इसमें निवेया जारी रख सकते हैं. 3 साल या 5 साल के लॉक इन पीरियड वाली स्कीम को भी लंबे समय तक होल्ड किया जा सकता है. लंबी अवधि में रखने से रिटर्न बढ़ने की गुजाइश बढ़ जाती है. यहां हमने 5 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले फंड की जानकारी दी है.

मिराए एसेट टैक्स सेवर

5 साल का रिटर्न: 21%

5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 2.60 लाख रुपये

5 साल में 10,000 मंथली SIP की वैल्यू: 9.89 लाख रुपये

मिनिमम निवेश: 500 रुपये

मिनिमम SIP: 500 रुपये

एसेट्स: 5,044 करोड़ (30 नवंबर, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 0.30% (30 नवंबर, 2020)

रिस्क: एवरेज से कम

BOI AXA टैक्स एडवांटेज फंड

5 साल का रिटर्न: 17%

5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 2.23 लाख रुपये

5 साल में 10,000 मंथली SIP की वैल्यू: 9.67 लाख रुपये

मिनिमम निवेश: 500 रुपये

मिनिमम SIP: 500 रुपये

एसेट्स: 351 करोड़ (30 नवंबर, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 1.51% (30 नवंबर, 2020)

रिस्क: एवरेज

केनरा रोबेको इक्विटी टैक्स शेयर

5 साल का रिटर्न: 16%

5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 2.13 लाख रुपये

5 साल में 10,000 मंथली SIP की वैल्यू: 9.62 लाख रुपये

मिनिमम निवेश: 500 रुपये

मिनिमम SIP: 500 रुपये

एसेट्स: 1333 करोड़ (30 नवंबर, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 1.19% (30 नवंबर, 2020)

रिस्क: लो

एक्सिए लांग टर्म इक्विटी

5 साल का रिटर्न: 16%

5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 2.12 लाख रुपये

5 साल में 10,000 मंथली SIP की वैल्यू: 9.38 लाख रुपये

मिनिमम निवेश: 500 रुपये

मिनिमम SIP: 500 रुपये

एसेट्स: 26618 करोड़ (30 नवंबर, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 0.74% (30 नवंबर, 2020)

रिस्क: एवरेज

DSP टैक्स सेवर

5 साल का रिटर्न: 15.5%

5 साल में 1 लाख निवेश की वैल्यू: 2.07 लाख रुपये

5 साल में 10,000 मंथली SIP की वैल्यू: 8.79 लाख रुपये

मिनिमम निवेश: 500 रुपये

मिनिमम SIP: 500 रुपये

एसेट्स: 7,015 करोड़ (30 नवंबर, 2020)

एक्सपेंस रेश्यो: 0.91% (30 नवंबर, 2020)

रिस्क: एवरेज

(फंड के रिटर्न के लिए सोर्स: वैल्यू रिसर्च)

नोट: PGIM इंडिया म्‍यूचुअल फंड के सीईओ अजीत मेनन और बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर.

(Disclaimer: म्यूचुअल फंड में निवेश जोखिम के अधीन होते हैं. इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

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