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Honasa Consumer: सोच-समझकर डिजाइन किए गए ब्रांड के निर्माण पर होनासा के फोकस ने उसे अपने कंज्यूमर्स के बीच भरोसा पैदा करने में मदद की है. (pixabay)
Mamaearth Stock Listing Today: ब्यूटी और पर्सनल केयर सेक्टर के पॉपुलर ब्रांड मामाअर्थ (Mamaearth) की पैरेंट कंपनी होनासा कंज्यूमर (Honasa Consumer) का स्टॉक आज शेयर बाजार में लिस्ट हो गया. बाजार में कमजोरी के बीच स्टॉक की लिस्टिंग पॉजिटिव हुई है. Mamaearth का स्टॉक एनएसई पर 333 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ, जबकि इश्यू प्राइस 324 रुपये था. इस लिहाज से बाजार में डेब्यू करने पर शेयर ने प्रति शेयर निवेशकों को 7 रुपये का फायदा कराया. बीएसई पर इसकी फ्लैट लिस्टिंग हुई है. इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से बेहतर रिस्पांस मिला था. आईपीओ का साइज 1701 करोड़ का था. सवाल उठता है कि लिस्टिंग के बाद इस स्टॉक को लेकर क्या स्ट्रैटेजी होनी चाहिए.
Mamaearth IPO को मिला था बेहतर रिस्पांस
Mamaearth के IPO को निवेशकों की ओर से बेहतर रिस्पांस मिला था. यह इश्यू ओवरआल 7.61 गुना भरा था. आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए कोटा 10 फीसदी रिजर्व किया गया था और यह हिस्सा 1.35 गुना भरा था. वहीं इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स यानी QIB के लिए 75 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह हिस्सा 11.50 गुना भरा था. जबकि नेट इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह हिस्सा 4.02 गुना भरा. कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा 4.88 गुना भरा था. कंपनी IPO से मिले पैसों का इस्तेमाल विज्ञापन, नए ब्रैंड आउटलेट खोलने, सब्सिडियरी कंपनी BBlunt में निवेश, नए सैलून खोलने और नए अधिग्रहण करने में करेगी.
कंपनी के साथ पॉजिटिव और निगेटिव
ब्रोकरेज हाउस StoxBox का कहना है कि भारत में बीपीसी प्रोडक्ट का मार्केट टेक्नोलॉजी, डेमोग्रॉफिक डिविडेंड और बढ़ती कंज्यूमर की च्वॉइस के चलते फंडामेंटल रीइंडस्ट्रीयलाइजेशन के दौर से गुजर रहा है. इसके अलावा, बीपीसी प्रोडक्ट पर भारत का प्रति व्यक्ति खर्च वर्तमान में कुछ अन्य विकासशील देशों की तुलना में सबसे कम है. लेकिन यह ग्रोथ के पीक पर है क्योंकि प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 2,000 अमेरिकी डॉलर के करीब है, जो एक महत्वपूर्ण इनफ्लेक्शन प्वॉइंट है जैसा कि अन्य विकासशील देशों में देखा गया है.
सोच-समझकर डिजाइन किए गए ब्रांड के निर्माण पर होनासा के फोकस ने उसे अपने कंज्यूमर्स के बीच भरोसा पैदा करने में मदद की है और उन्हें अपना बिजनेस बढ़ाने में सक्षम बनाया है. यह Mamaearth की ग्रोथ से भी पता चलता है, जो भारत में DTC बीपीसी मार्केट में सबसे बड़ा ब्रांड बन गया है. कंपनी की ग्रोथ मजबूत भविष्य की ओर इशारा करती है. हालांकि, कंपनी को प्रॉफिटेबिलिटी बनाए रखने में मुश्किल हो रही है. वहीं इश्यू का वैल्युएशन भी महंगा दिख रहा है. प्रॉफिटेबिलिटी में लगातार और स्थायी सुधार आने के बाद कंपनी की दोबारा समीक्षा की जा सकती है.
कंपनी के कैसे हैं फाइनेंशियल
मामाअर्थ की पैरेंट कंपनी होनासा को गजल अलघ और उनके पति वरुण अलघ ने 2016 में शुरू किया था. मामाअर्थ बेबीकेयर, स्किन केयर और ब्यूटी सेगमेंट में बड़ा नाम बन चुकी है मामाअर्थ को यूनिकॉर्न का स्टेटस भी मिल चुका है. मामाअर्थ की पैरेंट कंपनी होनासा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड की बात करें तो साल 2020 में कंपनी का रेवेन्यू 114 करोड़ था, जबकि 428.03 करोड़ का घाटा हुआ था. 2021 में रेवेन्यू 472 करोड़ और घाटा 1332.22 करोड़ था. जबकि 2022 में 964 करोड़ का रेवेन्यू और 14.44 करोड़ का मुनाफा हुआ था. जबकि साल 2023 के पहले 6 महीनों में कंपनी का रेवेन्यू 732 करोड़ और मुनाफा 3.67 करोड़ रहा है. वैल्युएशन की बात करें तो अर्निंग प्रति शेयर (EPS) 0.53 प्रति इक्विटी शेयर, रिटर्न आन नेट वर्थ (RoNW) 2.23 फीसदी और नेट एसेट वैल्यू (NAV) 23.42 प्रति इक्विटी शेयर है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)