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GMP: ग्रे मार्केट में Mankind Pharma का ग्रे मार्केट में फिर क्रेज बढ़ रहा है.
GMP of Mankind Pharma: दिग्गज फार्मा कंपनी मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma) के आईपीओ में अगर आपने आवेदन किया है तो इसका शेयर अलॉटमेंट चेक कर सकते हैं. 3 मई को कंपनी ने शेयर अलॉट किए हैं. वहीं 5 मई को यह सफल आवेदकों के डीमैट अकाउंट में आ जाएंगे. सफल आवेदकों को Mankind Pharma के शेयर पर लिस्टिंग गेंस का फायदा मिल सकता है. ग्रे मार्केट में कंपनी के अनलिस्टेड शेयर प्रीमियम पर हैं. वहीं जिस तरह से सब्सक्रिप्शन के दौरान इश्यू को रिस्पांस मिला है, लिस्टिंग इश्यू प्राइस से ज्यादा भाव पर हो सकती है. यह इश्यू 15 गुना से ज्यादा भरा था. मैनकाइंड फार्मा लिमिटेड घरेलू बिक्री के हिसाब से भारत की चौथी सबसे बड़ी दवा कंपनी है और सेल्स वॉल्यूम के हिसाब से तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है.
इश्यू को मिला था 1532% सब्सक्रिप्शन
Mankind Pharma के आईपीओ को निवेशकों की ओर से मजबूत रिस्पांस मिला था. यह ओवरआल 1532 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था. हालांकि रिटेल निवेशकों का हिस्सा 100 फीसदी भी नहीं भर पाया है. मैनकाइंड फार्मा के आईपीओ में 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व था और यह हिस्सा 49.16 गुना भरा है. वहीं इसमें नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह 3.80 गुना भरा है. वहीं रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व है और यह कुल 92 फीसदी ही भरा है.
ग्रे मार्केट में क्या है हाल
ग्रे मार्केट में Mankind Pharma का ग्रे मार्केट में फिर क्रेज बढ़ रहा है. ग्रे मार्केट में अनलिस्टेड शेयर का भाव 40 रुपये के प्रीमियम से बढ़कर 80 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. 1080 रुपये अपर प्राइस बैंड के लिहाज से यह 8 फीसदी ज्यादा है. इश्यू के पहले दिन ग्रे मार्केट प्रीमियम 90 रुपये था. लेकिन इश्यू बंद होने पर यह 40 रुपये पर आ गया था.
कंपनी के साथ पॉजिटिव फैक्टर
• ग्रोथ की संभावना के साथ बड़े पैमाने का डोमेस्टिक-फोकस्ड बिजनेस
• बढ़ रहा कैश फ्लो
• IPM में डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरर, हई एंट्री बैरियर, वैल्यू के हिसाब से बाजार के 80% से अधिक पर कंट्रोल
• प्रमुख चिकित्सीय क्षेत्रों में टॉप 10 रैंकिंग वाले पोर्टफोलियो में कई प्रोडक्ट
• अनुभवी प्रोफेशनल मैनेजमेंट टीम
• ब्रॉन्ड रिकॉल के साथ कंज्यूमर हेल्थकेयर फ्रेंचाइजी की स्थापना की
कंपनी के साथ रिस्क फैक्टर
• रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा लिमिटेड मार्केट से आता है
• मार्केटिंग प्रैक्टिस को रेगुलेट करने वाले सख्त मानदंड
• फार्मास्युटिकल और कंज्यूमर हेल्थकेयर इंडस्ट्री में कड़ी प्रतियोगिता
• भारत में कुछ चिकित्सीय क्षेत्र कुल रेवेन्यू के अधिक महत्वपूर्ण हिस्से में योगदान करते हैं और अगर प्रोडक्ट अनुमान के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करते हैं या अगर प्रतिस्पर्धी उत्पाद उपलब्ध हो जाते हैं तो संचालन प्रभावित हो सकता है
• शॉर्ट टर्म बॉरोइंग में इजाफा
कंपनी के बारे में
Mankind Pharma का सबसे ज्यादा फोकस घरेलू मार्केट पर है. कंपनी के पास करीब 36 ब्रॉन्ड हैं. घरेलू बाजार से कंपनी को कुल रेवेन्यू का 97 फीसदी से ज्यादा हासिल होता है. कंपनी मैनफोर्स कॉन्डोम, प्रेग्नेंसी टेस्ट किट प्रेगा न्यूज और इमरजेंसी कांट्रासिप्टिव ब्रांड अनवांटेड-72 के ब्रांड नाम से प्रोडक्ट्स की बिक्री करती है. इसके अलावा यह एंटएसिड पाउडर्स (गैस-ओ-फास्ट), विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट्स (हेल्थ ओके ब्रांड) और एंटी-एक्ने प्रीपेरेशंस (एक्नेस्टार ब्रांड) जैसे हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स को भी बनाकर बेचती है. इसमें क्रिस कैपिटल और कैपिटल इंटरनेशल जैसे प्राइवेट इक्विटी फर्म ने पैसे लगाए हैं. इस कंपनी की शुरुआत रमेश जुनेजा ने की थी.