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निवेशकों की नजर इस हफ्ते एक से 4 अगस्त के बीच आने वाले अमेरिका के मैन्युफैफ्करिंग और सर्विस पीएमआई डेटा, नॉन-फार्म पेरोल डेटा पर रहेगी. (फोटो एक्सप्रेस)
Markets Outlook This Week: घरेलू आर्थिक आंकड़ें यानी डोमेस्टिक मैक्रोइकोनॉमिक डेटा (Domestic macroeconomic data), ग्लोबल ट्रेंड, कंपनियों के तिमाही नतीजे और फॉरेन फंड ट्रेडिंग एक्टिविटी (foreign fund trading activity) इस हफ्ते शेयर मार्केट की दिशा तय करेंगे. एक्सपर्ट्स का यह मानना है. उन्होंने कहा है कि इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये का उतार-चढ़ाव और ब्रेंट कच्चे तेल के दाम भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे.
निवेशकों की इन पर रहेगी नजर
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट प्रवेश गौर ने कहा कि वृहद आर्थिक परिप्रेक्ष्य की दृष्टि से इस हफ्ते बाजार निवेशकों की नजर एक से 4 अगस्त के बीच आने वाले अमेरिका के मैन्युफैफ्करिंग पीएमआई (PMI) डेटा, सर्विस पीएमआई डेटा और अमेरिका के गैर-कृषि रोजगार से जुड़े आंकडों यानी नॉन-फार्म पेरोल डेटा पर रहेगी. उन्होंने कहा कि इन संकेतकों से वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे जानकारी मिलेगी और इनसे बाजार धारणा प्रभावित हो सकती है. इसके अतिरिक्त, संस्थागत गतिविधियों का भी बाजार के रुझान पर प्रभाव पड़ेगा.’’
घरेलू मोर्चे पर आर्थिक आंकड़ों में इस हफ्ते मैन्युफैफ्करिंग और सर्विस सेक्टर के लिए पीएमआई आंकड़े क्रमशः मंगलवार और गुरुवार को आएंगे. हफ्ते के दौरान अडाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy), अडाणी ट्रांसमिशन (Adani Transmission), गेल (GAIL), अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements), इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation), टाइटन (Titan), अडाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) और भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) के जून तिमाही के नतीजे आएंगे.
एक्सपर्ट की राय
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (टेक्निकल रिसर्च) अजित मिश्रा ने कहा कि तिमाही नतीजों के अलावा हम संकेतकों के लिए वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन पर करीबी नजर रख रहे हैं. अमेरिकी बाजारों में मौजूदा उछाल से हम तेजी के रुख को लेकर कुछ आशान्वित हैं.’’ इस हफ्ते वाहन कंपनियां भी अपने मासिक बिक्री आंकड़ों की घोषणा करेंगी. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में घरेलू कंपनियों के तिमाही नतीजे बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे. इसके अलावा वैश्विक रुझान भी बाजार को आकार देने में भूमिका निभाएंगे.’’
पिछले हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 524.06 अंक या 0.78 फीसदी नीचे आया. 28 जुलाई को सेंसेक्स 106.62 अंक या 0.16 फीसदी गिरकर 66,160.20 अंक पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 13.85 अंक या 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 19,646.05 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स 20 जुलाई को अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 67,619.17 अंक पर पहुंचा था.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘बाजार इस हफ्ते वैश्विक और स्थानीय स्तर पर विनिर्माण के आंकड़ों पर नजर रखेगा. इसके अलावा बैंक ऑफ इंग्लैंड बृहस्पतिवार को ब्याज दर पर अपने निर्णय की घोषणा करेगा. हफ्ते के दौरान वाहन कंपनियों के मासिक बिक्री आंकड़े आने हैं. इसलिए सभी की निगाह वाहन कंपनियों के शेयरों पर भी रहेगी.