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मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा है कि उसकी इकाइयों में प्रोडक्शन का काम 1 से 9 मई तक बंद रहेगा. कंपनी ने इसे मेंटेनेन्स शटडाउन का नाम दिया है.
Covid-19 Impact on Industry: देश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों की मार अब बड़ी औद्योगिक इकाइयों पर भी पड़ने लगी है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा है कि उसकी इकाइयों में एक मई से प्रोडक्शन का काम अगले कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा. कंपनी ने इसे मेंटेनेन्स शटडाउन का नाम दिया है.
पहले 1 जून से होना था मेंटेनेन्स शटडाउन
कंपनी ने बुधवार को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि उसके मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स को पहले से तय मेंटेनेन्स शटडाउन के तहत 1 जून से बंद किया जाना था. लेकिन देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए उसने एक महीने पहले ही अपने कारखाने बंद करने का फैसला कर लिया. मारुति का कहना है कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गई है, जिसके कारण कई अस्पतालों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. इन हालात में देश में उपलब्ध ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन का इस्तेमाल सिर्फ लोगों की जान बचाने के लिए होना चाहिए.
1 से 9 मई तक रहेगा मेंटेनेन्स शटडाउन
मारुति के मुताबिक उसके अपने प्लांट्स में भले ही बेहद कम मात्रा में ऑक्सीजन का इस्तेमाल होता है, लेकिन उसके कंपोनेंट बनाने वाली इकाइयां इस जीवनरक्षक गैस का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं. कंपनी ने बताया कि इसी बात को ध्यान में रखते हुए उसने 1 जून की बजाय 1 मई से 9 मई तक मेंटेनेन्स के लिए शटडाउन करने का फैसला किया है. मारुति के मुताबिक इस दौरान उसकी सभी फैक्टरीज़ में काम बंद रहेगा. कंपनी ने बताया है कि उसके हरियाणा के दोनों कारखानों के साथ ही साथ सुजुकी मोटर गुजरात का कारखाना भी बंद रहेगा.
मारुति हर साल जून और दिसंबर में करती है मेंटेनेंस शटडाउन
मारुति सुजुकी आम तौर पर अपने गुरुग्राम और मानेसर के कारखानों को हर साल जून और दिसंबर में मेंटेनेन्स के लिए बंद करती है. दोनों इकाइयों में सालाना 15 लाख कारें बनाने की क्षमता है. इसके अलावा सुजुकी के गुजरात प्लांट में भी हर साल 7.5 लाख कारें बनाने की क्षमता है. कोरोना की दूसरी लहर के जोर पकड़ने की वजह से ऑटो सेक्टर की कंपनियों के लिए पहले की तरह प्रोडक्शन जारी रखना मुश्किल होता जा रहा है.
मंगलवार को ही कंपनी ने बताया था कि उसके 30 हजार कर्मचारियों में कोविड-19 के एक्टिव केस 1280 हैं. लिहाजा, उसे मैनपावर को लेकर किसी तरह की कमी का सामना नहीं करना पड़ रहा है. लेकिन यह भी सच है कि देश में कोरोना के मामले जिस तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ने की आशंका से इनकार भी नहीं किया जा सकता.
एमजी मोटर, टोयोटा किर्लोस्कर भी कर चुके हैं शटडाउन का एलान
कोरोना की दूसरी लहर के चलते शटडाउन का एलान करने वाली मारुति पहली ऑटोमोबाइल कंपनी नहीं है. हाल के दिनों में कई कंपनियां ऐसा कर चुकी हैं. एमजी मोटर इंडिया कोविड इंफेक्शन को बढ़ने से रोकने लिए गुजरात के हलोल में अपने प्लांट को सात दिनों के लिए बंद करने का एलान कर चुकी है. टोयोटा किर्लोस्कर के कर्नाटक में मौजूद दोनों प्लांट भी 26 अप्रैल से 14 मई तक के लिए बंद किए जा चुके हैं.
हीरो मोटोकॉर्प के सभी प्लांट्स में हो चुका है बंदी का एलान
देश की प्रमुख टूव्हीलर कंपनी हीरो मोटोकॉर्प भी पिछले हफ्ते देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद अपने सभी 6 कारखानों में कामकाज पूरी तरह बंद करने का एलान कर चुकी है.बुधवार को देश में एक दिन के भीतर कोरोना के रिकॉर्ड 3 लाख 61 हजार नए मामले सामने आ चुके हैं और एक ही दिन में करीब 3300 लोग इस महामारी की वजह से जान गवां चुके हैं.
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